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अय्यर ने की कॉमनवेल्थ खेलों की नाकामी की दुआ

२७ जुलाई २०१०

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने चिरपरिचित अंदाज में एक और बयान दागा है. उन्होंने कहा है कि अगर दिल्ली में होने वाले कॉमनवेल्थ खेल सफलतापूर्वक हो गए तो उन्हें बहुत निराशा होगी.

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अय्यर नहीं चाहते कॉमनवेल्थ खेलतस्वीर: UNI

पूर्व खेल मंत्री अय्यर ने संसद के बाहर पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, "जिस तरह से बारिश कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारी में मुश्किलें पैदा कर रही है, मैं उससे खुश हूं. असल में, अगर खेल सफलतापूर्वक हो गए तो मुझे निराशा होगी क्योंकि इसके बाद एशियाई खेल और फिर ओलंपिक को लाने की कोशिश होगी."

राज्यसभा सांसद अय्यर ने कॉमनवेल्थ खेलों पर पानी की तरह पैसा बहाए जाने की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, "जो लोग इन खेलों की सरपरस्ती कर रहे हैं, वे शैतान हैं. वे भगवान नहीं हो सकते." अय्यर कॉमनवेल्थ खेल भारत में कराए जाने के खुले विरोधी रहे हैं.

उनका कहना है कि खेलों पर 35 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की बजाय इस रकम को बच्चों पर खर्च किया जाए. वह कहते हैं, "हजारों करोड़ रुपये इस तरह सर्कस पर खर्च किए जा रहे हैं जबकि करोड़ों बच्चों को खेलने जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं."

उधर कांग्रेस ने अय्यर के बयान को तुरंत खारिज कर दिया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित का कहना है, "मैं उन्हें गंभीरता से नहीं लेता." वहीं बीजेपी का कहना है कि इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं दिए जाने चाहिए. बीजेपी के प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा, "केंद्र और राज्य सरकार को समझना चाहिए कि कॉमनवेल्थ खेलों से देश की प्रतिष्ठा जुड़ी है. इस मुद्दे पर गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं दिए जाने चाहिए."

समाजवादी पार्टी ने भी अय्यर की आलोचना की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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