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अशोक कुमार, डीडब्ल्यू हिन्दी
तस्वीर: Philipp Böll/DW
अशोक कुमार
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अशोक कुमार के लेख
धरती को क्यों रेगिस्तान से सबसे ज्यादा खतरा है
धरती को क्यों रेगिस्तान से सबसे ज्यादा खतरा है
उपजाऊ जमीन जब बंजर बनने लगे तो इसकी चोट धरती पर जीवन के बुनियादी आधारों होती है. तेजी से फैल रहा रेगिस्तान आज हमारी जलवायु, खेती-बाड़ी, हमारे खाने, रोजी-रोटी और रहन-सहन को निगलने के लिए तैयार बैठा है.
ये देश समंदर में डूबा तो बहुत कुछ तबाह हो जाएगा
ये देश समंदर में डूबा तो बहुत कुछ तबाह हो जाएगा
समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इससे टापुओं पर बसे छोटे-छोटे देशों पर पानी में समाने का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन खतरा सिर्फ उन पर नहीं, और भी बहुत से इलाकों पर तलवार लटकी है.
रेगिस्तान में आई बाढ़ और सूख गया अराल सागर
रेगिस्तान में आई बाढ़ और सूख गया अराल सागर
क्या हम आपको डराते हैं? असल में जिस तरह के हालात आज हमारी पृथ्वी झेल रही है, उन्हें देखकर खौफ होना चाहिए. जब रेगिस्तान में बाढ़ आए और सागर सूखने लगे तो क्या फिर भी नहीं डरना चाहिए?
कोलकाता की जीवनरेखा रही ट्राम आज दम तोड़ रही है
कोलकाता की जीवनरेखा रही ट्राम आज दम तोड़ रही है
कोलकाता के अलावा भारत में कोई शहर ऐसा नहीं है जहां आज भी ट्राम चलती है. 1873 में घोड़ों वाली ट्राम से लेकर इसने पहले भाप और फिर बिजली के इंजनों के सहारे 150 साल का सफर पूरा किया है. लेकिन अब इसके पहिए शायद थमने वाले हैं.
मिलिए भारत में हाथियों के सच्चे रखवालों से
मिलिए भारत में हाथियों के सच्चे रखवालों से
विशालकाया हाथी पांच से छह फुट के इंसान के आगे खुद को बेबस पाता है और कई बार उसके क्रूर अत्याचारों का शिकार बनता है.
थाली, कढ़ाई और गिलास से रच दिए हनुमान
थाली, कढ़ाई और गिलास से रच दिए हनुमान
देवल वर्मा कबाड़ से ऐसी ऐसी चीजें रचते हैं कि आप बस देखते रह जाएंगे. वह कहते हैं कि दुनिया में कोई भी चीज बेकार नहीं है.
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