आईएएस टॉपर्स के प्रेम को बताया 'लव जिहाद'
१ दिसम्बर २०१६भारत में आम तौर पर शादी जैसे निजी फैसले पर लड़का-लड़की के परिवार या अधिक से अधिक करीबी रिश्तेदारों की राय महत्व रखती है. लेकिन इस जोड़े के प्रेम और शादी के निर्णय पर तो देश की जनता भी अपनी राय जता रही है. आईएएस टॉपर टीना डाबी की शोहरत उनकी कड़ी मेहनत और देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाने वाली यूपीएससी में टॉप करने से हुई. बधाइयों के तांते लगे रहे, लेकिन तभी तक, जब तक लोगों को उनसे परीक्षा में सफलता के गुर जानने थे या जब तक वे केवल अपने मम्मी-पापा की होनहार बेटी के रूप में रूबरू हुईं. लेकिन जैसे ही डाबी ने यूपीएससी में दूसरी रैंक पाने वाले अपने साथी अतहर आमिर खान के लिए मन में प्रेम की भावना रखने और उनके शादी के प्रस्ताव को स्वीकारने की बात उसी आम जनता से साझा की, तो जैसे दुनिया दुश्मन हो गई.
केवल सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाओं को ही देखें तो पता चलता है कि कई लोग डाबी के इस कदम पर उन्हें बधाइयां दे रहे हैं. लेकिन कइयों को डाबी के एक कश्मीरी मुसलमान युवक से संबंध जोड़ने पर कड़ी आपत्ति है. जनता के इस धड़े के स्वयंभू नेतृत्वकर्ता अखिल भारतीय हिन्दु महासभा जैसे संगठनों को इस पर "आश्चर्य और दुख" हुआ है. उन्होंने डाबी के पिता के नाम चिट्ठी भेज कर उनसे इस संबंध पर पुनर्विचार करने और "लव जिहाद" को बढ़ावा ना देने की आशा की है. आगे सलाह दी है कि अगर शादी करनी ही हो तो भी अतहर खान की हिंदू धर्म में "घरवापसी" कराई जाए.
दोनों आईएएस ट्रेनी इस समय मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनकी पहली मुलाकात मई में हुई और प्रेम हुआ. अब एक दूसरे के साथ शादी करने का फैसला कर चुके इस जोड़े में से कोई भी शादी के लिए धर्म परिवर्तन नहीं करने और अपनी अपनी धार्मिक आस्थाओं को बरकरार रखने वाले हैं.
उनके रिश्ते पर आ रही प्रतिक्रियाओं के बारे में 22 वर्षीया टीना डाबी ने फेसबुक पर लिखा, "एक मुक्त विचारों वाली स्वतंत्र महिला होने के नाते मुझे कुछ चुनाव करने का अधिकार है. मैं और आमिर अपने चुनाव से बहुत खुश हैं. हमारे पेरेंट्स भी खुश हैं. समाज में ऐसे कुछ अल्पसंख्यक तत्व हमेशा रहेंगे, जो किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति को डेट करने पर हमेशा नकारात्मक टिप्पणियां ही करेंगे."
अतहर आमिर खान कश्मीर के देवीपुरा गांव से आते हैं और यूपीएससी में सफलता पाने की इच्छा रखने वाले केवल कश्मीर ही नहीं पूरे देश के युवाओं के लिए आदर्श हैं. परीक्षा में सफल होने के बाद आयोजित हुए एक समारोह इंडियाटुडे कॉन्क्लेव में बोलते हुए उन्होंने अपने देश भारत की सबसे बड़ी खूबियां कुछ यूं गिनाई थीं.
इस बेहद सफल, प्रतिभाशाली और आदर्शवादी जोड़े के साथ आने के फैसले पर उनकी हौसलाअफजाई करने वालों की भी कोई कमी नहीं है. अभी दोनों ट्रेनिंग ले रहे हैं और शादी अभी दूर है. लेकिन कई लोग अभी से दूर भविष्य में उनके होने वाले बच्चों की बुद्धिमत्ता से रश्क कर रहे हैं.