"आतंकियों की मदद पाक के कहने पर"
१२ अप्रैल २०११राणा को अमेरिका के शिकागो की एक अदालत के सामने पेश किया जाना है. कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक अपने बचाव में उसने कहा, "मैंने आतंकवादियों को जो मदद दी, वह पाकिस्तानी सरकार और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के आदेश पर दी, आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा के लिए नहीं."
राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है. कनाडा के अखबार ग्लोब एंड मेल ने कोर्ट के दस्तावेज छापे हैं. इन दस्तावेजों में राणा ने कहा है, "पाकिस्तान के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आईएसआई को भारत में कार्रवाई करने का पूरा हक है." राणा के मुकदमे पर सुनवाई 16 मई से शुरू होगी.
राणा अपने लिए पब्लिक अथॉरिटी डिफेंस का इस्तेमाल करना चाह रहा है. इसमें आरोपी इस आधार पर अपना बचाव करता है कि उसका अपराध किसी देश की सरकार के कहने पर किया गया काम है. राणा ने दावा किया है कि, "उसने पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के लिए आधिकारिक काम किया है."
राणा सह आरोपी डेविड हेडली के ग्रैंड जूरी के सामने दिए गए बयान पर भी निर्भर है. लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी डेविड हेडली राणा के खिलाफ गवाही दे सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार