आमेर पर रहम करोः मुशर्रफ
११ सितम्बर २०१०सिर्फ 18 साल के मोहम्मद आमेर को क्रिकेट की शानदार प्रतिभा में गिना जा रहा था और अभी पिछले महीने ही उन्होंने सबसे कम उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया. लेकिन इसके फौरन बाद वह मैच फिक्सिंग के स्कैंडल में फंस गए और ऐसा लग रहा है कि उन पर जिन्दगी भर के लिए क्रिकेट खेलने की पाबंदी लग सकती है.
लेकिन मुशर्रफ इस तेज गेंदबाज के लिए फील्डिंग कर रहे हैं. उनका कहना है, "यह खतरनाक है. जिसने भी मैच फिक्सिंग की है, उसे सजा मिलनी चाहिए. उनके प्रति कोई सहानुभूति नहीं होनी चाहिए. आमेर सिर्फ 18 साल का है. उसे गुमराह किया गया है. उसे भी सजा मिलनी चाहिए."
पर इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति कहते हैं, "लेकिन मुझे पता है कि वह एक गरीब परिवार से आता है. उसका पूरा परिवार उसकी तरफ बड़ी उम्मीद भरी नजर से देख रहा है. उसके परिवार वालों का क्या कसूर. उन्हें सजा नहीं मिलनी चाहिए. आमेर को अपने परिवार की देख भाल करनी चाहिए."
आमेर की तारीफ करते हुए मुशर्रफ का कहना है, "सबसे बड़ा नुकसान क्रिकेट को होगा. आप देखिए न, सिर्फ 18 साल की उम्र में उसने क्या कर दिखाया है. उसे गंवाइए मत. उसे क्रिकेट की सेवा करने का मौका दीजिए. उसे सजा मिलनी चाहिए लेकिन उसका करियर बर्बाद करने की सजा नहीं होनी चाहिए. हमारे सामने एक अच्छा केस है कि हम किसी को सुधार सकते हैं. क्रिकेट को बचाने के लिए भी यह जरूरी है."
क्रिकेट से बेइंतिहा प्यार करने वाले मुशर्रफ कहते हैं, "उसे इस बात का अहसास होना चाहिए कि उसने गलत किया है लेकिन एक परिवार को भी बचाना है. हमें भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए कदम उठाना ही है. लेकिन मैं सिर्फ एक क्रिकेटर की बात कर रहा हूं."
उन्होंने कहा, "जो भी उसके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, उससे मेरी एक ही अपील है. रहम. वह पूरी तरह इसका हकदार है."
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एन रंजन