इतिहास में आज: 16 जून
१४ जून २०१४1903 में नॉर्वे के रोल्ड अमंडसेन ने कनाडा के द्वीपों को पार अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ने वाले समुद्री मार्ग की खोज की. इस रास्ते को नॉर्थवेस्ट पैसेज कहते हैं. उन्होंने यह यात्रा मछली पकड़ने वाले जहाज ग्योआ में की. उनके साथ इस खोज में तीन लोग थे.
इस दौरान आर्कटिक में रहने वाले लोगों से उन्होंने ठंड से लड़ने के कई तरीके सीखे. पहले वह अपना जैकेट पहने रहते थे लेकिन ध्रव में रह रहे नेटसिलिक लोगों ने उन्हें जानवरों की खाल के बने खास कपड़ों के बारे में बताया.
1906 में ग्योआ आलास्का जिले के नोम शहर पहुंचे. उसी दौरान नॉर्वे ने स्वीडन से आजादी हासिल कर ली और अमंडसेन ने स्वीडन के नए राजा हाकोन सांतवें को अपनी सफलता के बारे में बताया. 1906 नवंबर में अमंडसेन वापस अपने देश पहुंचे. उनका जहाज ग्योआ वहीं रह गया, लेकिन 1972 में उसे वापस ओस्लो लाया गया.
दिसंबर 1911 में अमंडसेन ने दक्षिणी ध्रुव का पता लगाने के लिए एक बड़ी यात्रा का आयोजन किया और वहां पहुंचे भी. 1928 में उत्तरी ध्रुव से आ रहे एक जहोज के लापता होने के बाद अमंडसेन राहत पहुंचाने और जहाज को ढूंढने गए लेकिन खुद मौसम का शिकार हुए और खो गए. उसके बाद किसी ने उन्हें कभी नहीं देखा.