इन कंपनियों में काम के साथ आराम भी
दफ्तर में काम करते वक्त जब थकान महसूस होती है, तब लगता है कि काश यहां बिस्तर और थोड़ा आराम कर लेते. ऐसी कई कंपनियां हैं, जो अपने कर्मचारियों के आराम का पूरा ख्याल रखती हैं और उन्हें योग और ध्यान के लिए कमरा भी देती हैं.
एप्पल
स्टीव जॉब्स की जिंदगी के बारे में जो लोग जानते हैं, वे एप्पल का नाम इस सूची में देख कर हैरान नहीं होंगे क्योंकि स्टीव जॉब्स खुद ध्यान लगाना पसंद करते थे. इसलिए उनकी कंपनी में लोगों के लिए मेडिटेशन रूम बने हैं.
गूगल
दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक में काम करना काफी तनावपूर्ण हो सकता है. इसीलिए गूगल ना केवल मेडिटेशन रूम देता है, बल्कि नैप पॉड्स भी. ये छोटे से बिस्तर हैं जिनमें लेट कर झपकी ली जा सकती है.
एओएल
कर्मचारी यहां अपने काम करने का वक्त खुद तय कर सकते हैं. बस उन्हें पूरे हफ्ते में कुल घंटों का ध्यान रखना होता है. इन्हें पूरा करने के लिए कभी कभार वे 12 घंटे भी काम करते हैं. बीच में ब्रेक ले कर वे योग की क्लास में जा सकते हैं.
मैकिंजी
अपने कर्मचारियों को तो यह कंपनी योग करा ही रही है, साथ ही दूसरी कंपनियों के लिए योग के कोर्स भी डिजायन कर रही है. कंपनी का कहना है कि कर्मचारियों की खुशी और सेहत कंपनी के मुनाफों को बढ़ाने में मददगार साबित होती है.
याहू
जिस कंपनी का नाम ही याहू हो, उसे तो कर्मचारियों की खुशी का ख्याल रखना ही होगा. याहू में भी कई तरह के कोर्स हैं, जहां कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार जा सकते हैं और कुछ नया सीख सकते हैं.
डॉयचे बैंक
कभी रिसेशन, तो कभी भ्रष्टाचार की खबरों के चलते डॉयचे बैंक सुर्खियों में बना रहता है. जाहिर है यहां काम करना तनाव से खाली नहीं. इसलिए डॉयचे बैंक भी सालों से अपने कर्मचारियों को यह सुविधा देता आ रहा है.
एचबीओ
यह कंपनी भले ही अपनी फिल्मों के कारण लोगों को टीवी के सामने से उठने ना दे, लेकिन ऐसा यह अपने कर्मचारियों के साथ हरगिज नहीं करती. कंपनी में योग कक्ष के अलावा जिम भी है.
नाइकी
कहा जा सकता है कि नाइकी के जिम में कर्मचारी वहीं के जूते पहन कर कसरत करते होंगे. कंपनी में ऐसे कमरे हैं जहां लोग जा कर सो सकते हैं और प्रार्थना भी कर सकते हैं.