एक मुसलमान को अमेरिका में घुसने देंगे ट्रंप
१० मई २०१६अमेरिका के रिपब्लिकन नेता डॉनल्ड ट्रंप ने साफ कह दिया है कि वह राष्ट्रपति बन गए तो मुसलमानों को अमेरिका में घुसने नहीं देंगे. लेकिन अब एक ऐसा मुसलमान है जिसके लिए वह इस नियम में ढील दे देंगे. यह व्यक्ति है लंदन के नए मेयर सादिक खान.
न्यू यॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि डॉनल्ड ट्रंप सादिक खान के लिए अपने नियम में ढील देने को तैयार हैं. रिपब्लिकन टिकट की दावेदार डॉनल्ड ट्रंप ने पिछले साल दिसंबर में यह बात कहकर सनसनी फैला दी थी कि राष्ट्रपति बनने पर वह अमेरिका में मुसलमानों के घुसने पर बैन लगा देंगे. ट्रंप का यह बयान कैलिफॉर्निया के सैन बर्नार्डिनो में आतंकी हमले में 14 लोगों के मारे जाने के कुछ समय बाद आया था.
सादिक खान शनिवार को ही लंदन के मेयर चुने गए हैं. इस पद पर पहुंचने वाले वह पहले मुस्लिम हैं. उन्होंने कहा था कि अगर नवंबर में ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति चुन लिया गया तो वह अमेरिका जा ही नहीं पाएंगे. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, ''अपवाद हर जगह होंगे.'' प्रवासियों, मुस्लिमों और महिलाओं पर तीखी टिप्पणियों के लिए विवादों में रहने वाले ट्रंप ने सादिक खान के मेयर चुने जाने का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ''मुझे खुशी हुई थी. मुझे तो लगता है कि यह बहुत अच्छी चीज है. और मैं उम्मीद करूंगा कि वह बहुत अच्छा काम करेंगे. सच कहूं तो यह बहुत ही अच्छा होगा.''
खान के माता-पिता पाकिस्तानी मूल के प्रवासी हैं. उन्होंने टाइम मैग्जीन को इंटरव्यू में कहा, ''मैं अमेरिका जाना चाहता हूं. अमेरिकी शहरों के मेयर से मिलना चाहता हूं उनके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं.'' लेकिन साथ ही उन्होंने आशंका जताई कि ट्रंप के जीतने पर तो वह अमेरिका जा ही नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा, ''अगर डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए तो मुझे वहां जाने से इसलिए रोक दिया जाएगा कि मैं किसी खास धर्म का मानने वाला हूं.''
लेकिन जब खान को पता चला कि ट्रंप उनके लिए नियम में ढील देने को राजी हो गए हैं तो उनकी प्रतिक्रिया और भी तीखी थी. उन्होंने कहा, ''यह सिर्फ मेरी बात नहीं है. यह मेरे दोस्तों की बात है, मेरे परिवार और हर उस व्यक्ति की बात है जो मेरे जैसी पृष्ठभूमि से आता है. फिर चाहे वह दुनिया में कहीं का भी रहने वाला क्यों न हो.''
खान ने साफ तौर पर कहा कि डॉनल्ड ट्रंप इस्लाम के बारे में कुछ जानते नहीं हैं और ऐसा नजरिया हम दोनों के देशों को और ज्यादा असुरक्षित बना देगा. उन्होंने कहा, ''इससे दुनियाभर के मुसलमानों के अकेले पड़ जाने का और अतिवादियों के हाथों में पड़ने का खतरा है. ट्रंप और उनके करीबी सोचते हैं कि पश्चिम की उदारता का इस्लाम से कोई साम्य नहीं है लेकिन लंदन के लोगों ने उन्हें गलत साबित कर दिया है.''
वीके/एमजे (एएफपी)