एक्सपायरी डेट की दवाएं बांट दी बाढ़ पीड़ितों को
१४ सितम्बर २०१०स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हाल ही में भ्रष्टाचार की हद पार कर देने वाला यह वाकया सिंध प्रांत के थट्टा में सामने आया है. बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित इस शहर के राहत शिविर में एक गैर सरकारी संगठन ने बीमार लोगों को पुरानी पड़ चुकी एक्सपायरी डेट की दवाओं का वितरण कर दिया.
इस बीच राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. सिंध सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने मीडिया में छपी इस आशय की खबरों को सही बताया. उन्होंने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि शहर के मकली फुटबॉल ग्रांउड में चल रहे राहत शिविर में एक एनजीओ की ओर से पुरानी दवाएं बांटने की शिकायतें मिली हैं.
इसके लिए जांच समिति का गठन कर दिया गया है. मामला उजागर होने के बाद बाढ़ पीड़ितों ने इसके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच शुरुआती जांच में पुरानी दवाएं बांटने वाले डॉक्टर की पहचान जय कुमार के रूप में हुई है. सचिव ने बताया कि इसका पता चलते ही डॉ. जय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
इधर थट्टा की विधायक और राज्य की पर्यटन मंत्री सस्सी पलेजो ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन को दवाओं के वितरण से पहले इनकी पूरी तरह से जांच करने को भी कहा हैं. जिससे भविष्य में ऐसी घिनौनी हरकतों का सामना बाढ़पीड़ितों को न करना पड़े.
पाकिस्तान में बाढ़ राहत के लिए दुनिया भर से भारी मात्रा में मिल रही सहायता राशि में गड़बड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं. हाल ही में बलूचिस्तान में राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की यात्रा से ठीक पहले फर्जी राहत शिविर लगाने का मामला भी सामने आया. जबकि कुछ बड़े राजनेताओं के फार्म हाऊस महफूज रखने के लिए बाढ़ के पानी की निकासी का रुख ग्रामीण इलाकों की तरफ करने के मामले पर पहले से ही चर्चा जोरों पर है. इन सबके बीच पाकिस्तान में बाढ़ और इसके नाम पर हो रहे गड़बड़ घोटालों पर सियासत शुरू हो गई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/निर्मल
संपादनः महेश झा