एप्पल को हेल्थकिट का सहारा
३ जून २०१४होम एंड हेल्थ मैनजमेंट टूल को ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा बना दिया जाने वाला है. सैन फ्रांसिस्को में ऐप डेवलपर्स के 25वीं वार्षिक सम्मेलन में एप्पल ने इसकी जानकारी दी. फिलहाल नया सॉफ्टवेयर बाजार में नहीं उतारा गया है. माना जा रहा है कि नए आईफोन और आईपैड लॉन्च करते वक्त नया सॉफ्टवेयर भी पेश किया जाएगा. फोन के लिए इसे आईओएस 8 और मैक कंप्यूटर के लिए योसेमाइट नाम दिया जाएगा.
आईओएस 8 सिस्टम में "हेल्थकिट" और "होमकिट" होगा. हेल्थकिट एक ऐप के साथ काम करेगा. ये यूजर की मेडिकल हिस्ट्री, फिटनेस, डाइट और सेहत की जानकारी जमा करेगा. यूजर के राजी होने पर हेल्थकिट जानकारी ऐप को देगा. अगर तबीयत बिगड़ने के संकेत मिले तो ऐप सीधे यूजर के डॉक्टर को जानकारी भेज देगा.
होमकिट के बारे में कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है. यही बताया कि एप्पल की सारी डिवाइसेस आपस में वायरलेस नेटवर्क बनाकर एक दूसरे से खुद ही संपर्क कर सकेंगी. लेकिन सोमवार शाम आई ये जानकारियां भी एप्पल के शेयर नहीं उछाल सकीं. बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक नई चीजें बनाने के लिए मशहूर कंपनी अब होड़ में ठहरी हुई सी दिख रही है.
अक्टूबर 2011 में स्टीव जॉब्स का निधन हुआ. उसके बाद से कंपनी कोई क्रांतिकारी मशीन नहीं ला सकी है. पूर्व सीईओ जॉब्स को एप्पल का दिमाग कहा जाता था. उन्हीं की अगुवाई में कंपनी ने मैक कंप्यूटर, आईपॉड, आईफोन और आईपैड बनाए. उसके बाद से कंपनी बस सॉफ्टवेयरों को अपडेट ही कर पा रही है.
पिछले हफ्ते एप्पल ने हेडफोन बनाने वाली कंपनी बीट्स को खरीदने का एलान किया. बीट्स म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विस भी देती है. एप्पल के इस एलान ने लोगों को चौंकाया. आम तौर पर एप्पल दूसरी कंपनियों को खरीदने के बजाए नई चीजें उतारना पसंद करता रहा है.
दूसरी तरफ गूगल और सैमसंग जैसे प्रतिद्वंद्वी लगातार तकनीक का चेहरा अपने हिसाब से मोड़ रहे हैं. गूगल ग्लास और सैमसंग गियर प्रतिस्पर्द्धा को नई ऊंचाई पर ले जा चुके हैं.
ओएसजे/एजेए (एएफपी, एपी)