एशियाई खेलों में भारत ने कब सबसे ज्यादा पदक जीते?
क्या आप जानते हैं कि पहले एशियन गेम्स 1951 में नई दिल्ली में हुए? बीते सत्तर सालों में भारत का प्रदर्शन इन खेलों में बेहतर हुआ या खराब, जानिए.
नई दिल्ली, 1951
पहले एशियाई खेलों में भारत को 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य पदक मिले और वह कुल 51 पदकों के साथ तालिका में जापान के बाद दूसरे स्थान पर था. पहले एशियाई खेलों में कुल 11 देशों ने हिस्सा लिया था.
मनीला, 1954
दूसरे एशियाई खेल फिलीपींस की राजधानी मनीला में हुए, जिनमें कुल 18 देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. लेकिन पदक तालिका में भारत पांचवें स्थान पर खिसक गया. उसे 4 स्वर्ण, 4 रजत और 5 कांस्य समेत कुल 13 पदक मिले.
टोक्यो, 1958
तीसरे एशियाई खेलों का मेजबान जापान की राजधानी टोक्यो शहर बना. इस बार 20 देशों के खिलाड़ियों में पदकों की होड़ थी. भारत की झोली में 5 स्वर्ण, 4 रजत और 5 कांस्य समेत कुल 14 पदक आए और उसे सातवीं रैंकिंग मिली.
जकार्ता, 1962
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एशियाई खेलों में भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया और तीसरी रैकिंग के साथ कुल 52 पदक हासिल किए. इनमें 12 स्वर्ण, 13 रजत और 27 कांस्य पदक शामिल थे. फोटो में गोल्ड जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम.
बैंकॉक, 1966
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों में भारत ने कुल 21 पदक हासिल किए. इनमें 7 स्वर्ण, 3 रजत और 11 कांस्य पदक शामिल थे. बैंकॉक एशियाई खेलों की पदक तालिका में भारत पांचवें स्थान पर रहा.
बैंकॉक, 1970
1970 के एशियाई खेल दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में होने थे. लेकिन आर्थिक तंगी और सुरक्षा कारणों से उसके इनकार के बाद बैंकॉक में ही ये खेल हुए. इन खेलों में भारत को 6 स्वर्ण, 9 रजत और 10 कांस्य पदक मिले.
तेहरान, 1974
सातवें एशियन गेम्स का मेजबान ईरान की राजधानी तेहरान बना. कुल 25 देशों के खिलाड़ियों ने इन खेलों में हिस्सा लिया. इनमें से भारत को सातवीं रैंकिंग और कुल 28 पदक मिले, जिनमें 4 स्वर्ण, 12 रजत और 12 कांस्य पदक थे.
बैंकॉक, 1978
थाई राजधानी 1978 में तीसरी बार एशियाई खेलों की मेजबान बनी. हालांकि मूल रूप से ये खेल भी सिंगापुर में होने थे. लेकिन वित्तीय दिक्कतों के चलते ऐसा नहीं हो पाया. 1978 में भारत को 11 स्वर्ण, 11 रजत और 6 कांस्य पदक मिले.
नई दिल्ली, 1982
भारत 1982 में दूसरी बार एशियाई खेलों का मेजबान बना. मेजबान देश ने कुल 57 पदक जीते जिनमें 13 स्वर्ण, 19 रजत और 25 कांस्य पदक शामिल थे. कुल 57 पदकों के साथ भारत को पदक तालिका में पांचवां स्थान मिला.
सोल, 1986
दक्षिण कोरिया की राजधानी 1986 में पहली बार एशियाई खेलों की मेजबान बनी. कुल 27 देशों ने इन खेलों में हिस्सा लिया. यहां भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा और उसे 5 स्वर्ण, 9 रजत और 23 कांस्य पदकों के साथ कुल 37 मेडल मिले.
बीजिंग, 1990
चीन में पहली बार एशियाई खेल हुए और राजधानी बीजिंग ने मेजबानी की. 36 देशों के खिलाड़ी पहुंचे. 183 स्वर्ण पदकों के साथ चीन ने सबसे ज्यादा 341 पदक जीते. लेकिन भारत को सिर्फ एक स्वर्ण, 8 रजत और 14 कांस्य पदक मिले.
हिरोशिमा, 1994
जापान 1994 में दूसरी बार एशियाई खेलों का मेजबान बना और हिरोशिमा में खेल हुए. बीजिंग के मुकाबले भारत ने अपना प्रदर्शन बेहतर करते हुए 4 स्वर्ण, 3 रजत और 15 कांस्य पदक जीते और पदक तालिका में उसे 8वीं रैंकिंग मिली.
बैंकॉक, 1998
थाई राजधानी ने चौथी बार एशियाई खेलों की मेजबानी की, जिनमें हिस्सा लेने के लिए 41 देशों के कुल 6,554 खिलाड़ी पहुंचे. भारत ने इन खेलों में 7 स्वर्ण, 11 रजत और 17 कांस्य पदकों समेत कुल 35 पदक हासिल किए.
बुसान, 2002
29 सितंबर से 14 अक्टूबर 2002 तक दक्षिण कोरिया के शहर बुसान में एशियाई खेल हुए. कुल 44 देशों के साढ़े सात हजार से ज्यादा खिलाड़ियों के बीच भारतीय खिलाड़ी 11 स्वर्ण, 12 रजत और 13 कांस्य समेत कुल 36 पदक जीत पाने में सफल रहे.
दोहा, 2006
एशियाई खेलों का पड़ाव 2006 में कतर की राजधानी दोहा बना. यह पहला मौका था जब एशिया ओलंपिक काउंसिल के सभी 45 देशों ने खेलों में हिस्सा लिया. यहां भारत ने 10 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य समेत 53 पदक जीते.
गुआंगजू, 2010
चीन के शहर गुआंगजू में हुए 2010 के एशियाई खेल भारत के प्रदर्शन के लिहाज से बेहतरीन खेल रहे, जहां भारत ने 14 स्वर्ण, 17 रजत और 34 कांस्य समेत कुल 65 पदक जीते. यहां पदक तालिका में भारत की रैंकिंग छठी रही.
इंचियोन, 2014
दक्षिण कोरिया 2014 में तीसरी बार एशियाई खेलों का मेजबान बना और इंचियोन शहर में हुए खेलों में 45 देशों के साढ़े नौ हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. यहां भारत को 11 स्वर्ण, 10 रजत और 36 कांस्य समेत कुल 57 पदक मिले.
जकार्ता, 2018
इंडोनेशिया की राजधानी में हो रहे 18वें एशियाई खेलों में भारत अब तक 11 स्वर्ण, 20 रजत और 23 कांस्य समेत कुल 53 पदक जीत चुका है. इन खेलों में 45 देशों के रिकॉर्ड 11,720 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. पदक तालिका में चीन सबसे ऊपर है.