एशियाड में भारत के लिए सोना ही सोना
२६ नवम्बर २०१०75 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में विजेंदर सिंह ने उज्बेकिस्तान के अब्बास अतोएव को आसानी से हरा दिया. मुकाबले के पहले राउंड में ही विजेंदर अतोएव पर हावी होते दिखे और उन्होंने 2-0 की बढ़त बना ली. दूसरे राउंड में उन्होंने अपनी पकड़ को और बेहतर करते हुए अतोएव को 5-0 से पीछे छोड़ दिया और आखिरकार गोल्ड पर कब्जा कर लिया. 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में विजेंदर सिंह अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन अब उन्होंने अपने प्रशंसकों को खुश कर दिया है.
इस मुकाबले से पहले अतोएव और विजेंदर के जीतने की उम्मीदें लगभग बराबर थीं क्योंकि दोनों ही मुक्केबाज एक एक बार एक दूसरे को हरा चुके हैं. एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप के प्रीक्वॉर्टरफाइनल में विजेंदर ने अतोएव को 10-7 से हराया था तो अतोएव ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में विजेंदर को हरा कर मामला बराबरी पर ला दिया.
75 किलोग्राम वर्ग में दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने सेमीफाइनल में ईरान के मोहम्मद सत्तापुर को हराकर फाइनल में जगह बनाई. विजेंदर ने सत्तापुर को 10-7 से हराया.
विजेंदर के गोल्ड जीतने के बाद भारत ग्वांगजो एशियाड में अब तक 14 गोल्ड मेडल जीत चुका है. शुक्रवार को भारतीय महिला और पुरुष कबड्डी टीम ने भी सोने को अपने नाम किया. महिलाओं ने अपना करिश्मा बरकरार रखते हुए 4x400 रिले टीम ने भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता. मंजीत कौर, सिनी जोस, अश्विनी अकुंजी और मंदीप कौर ने भारत के लिए इतिहास रच दिया.
पदक तालिका में 14 स्वर्ण, 15 रजत और 33 कांस्य पदकों के साथ भारत सातवें स्थान पर है. एशियाई खेलों में भारत का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. 1982 दिल्ली एशियाड में भारत ने 13 स्वर्ण, 19 रजत और 25 कांस्य पदक जीते थे. दोहा 2006 एशियाड में 10 गोल्ड मेडल ही जीत पाया था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार