ऑपरेशन के लिए रोबोट दा विंची
९ अगस्त २०११2007 में आयरलैंड में कॉर्क यूनिवर्सिटी के मेटर्निटी अस्पताल (CUMH) में पहली बार गायनेकोलॉजिकल सर्जरी में रोबोट का इस्तेमाल किया गया था. इसके नतीजों को देख कर अस्पताल ने ऑपरेशन में रोबोट के इस्तेमाल को बढ़ोतरी दी है.
जून से यह यूरोप का इकलौता अस्पताल बन गया है जहां अति आधुनिक रोबोट्स को कैंसर या सामान्य लेकिन जटिल ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही यह अस्पताल यूरोप के डॉक्टरों के लिए वह जगह बन गया है जहां वे इस नए चिकित्सा उपकरण को देख और समझ सकते हैं.
अमेरिका की इंट्यूटिव सर्जिकल कंपनी दा विंची सर्जिकल रोबोट्स बनाती है. इनमें बहुत छोटे छोटे उपकरण और कैमेरा भी लगे होते हैं जो डॉक्टर नियंत्रित करते हैं.
रोबोट बेहतर
CUMH में दा विंची रोबोट इस्तेमाल करने वाले डॉ. मैट हेविट कहते हैं, "पारंपरिक की होल सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी का फायदा यह है कि डॉक्टर को थ्री डाइमेंशनल व्यू दिखाई देता है और इसलिए इसमें एक गहराई भी दिखाई देती है जो की होल सर्जरी में नहीं दिखाई देती." रोबोट की मदद से किए जाने वाले ऑपरेशन सामान्य लैप्रोस्कोपिक ऑपरेशन की तरह ही होते हैं जिसमें शरीर में एक छोटा सा छेद कर ऑपरेशन किया जाता है. इस छेद से ही शरीर में कैमेरा या उपकरण डाले जाते हैं. मशीन के हाथ जैसे हिस्से रोबोट ही होते हैं ठीक उसी तरह जैसे कि किसी कार फैक्ट्री में देखे जाते हैं.
दा विंची नाम के रोबोट के रिमोट कंट्रोल से चलने वाले तीन हाथ हैं जो 360 डिग्री पर घूम सकते हैं. इससे डॉक्टर अपने हाथ की तुलना में ज्यादा सूक्ष्मता से ऑपरेशन कर सकते हैं. रोबोट में एक चौथा हाथ भी होता है जिसमें 3डी हाई डेफिनेशन कैमेरा लगा होता है. ऑपरेशन करते समय डॉक्टर थ्री डी कैमेरा से पूरी तस्वीर देख सकता है जो ऑपरेशन को और सटीक बनाता है.
रोबोटिक सर्जरी की पैरवी करने वाले लोगों का कहना है कि इससे वो हल्का कंपन भी दूर किया जा सकता है जो अच्छे से अच्छे डॉक्टर के हाथ में भी होता है. साथ ही ऑपरेशन के उपकरण और सक्षम तरीके से इस्तेमाल किए जा सकते हैं. दा विंची मशीनों की कीमत 10 से 20 लाख यूरो यानी 64 लाख से सवा करोड़ रुपये के बीच है. इसे खास तौर पर प्रोस्टेट या ट्यूमर हटाने के लिए या फिर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल (जठरांत्रिय) या न्यूरोलॉजिकल (तंत्रिका) ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाता है.
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर कंप्यूटर टेबल पर बैठते हैं. एक डॉक्टर थ्री डी इमेज देखते हुए शरीर के अंदर डाले गए उपकरण को नियंत्रित करता है. 3डी स्क्रीन के नीचे मैनिपुलेटर्स होते हैं जिनके जरिए सर्जन के हाथों को उपकरणों से कनेक्ट किया जाता है साथ ही कुछ पैडल्स हैं जो अतिरिक्त नियंत्रण के लिए हैं. इस सिस्टम का एक और हिस्सा एक लंबा सा कैबिनेट है जिसमें कंप्यूटर स्क्रीन है.
असिस्टेंट की जरूरत नहीं
उपकरण का तीसरा हिस्सा सीधे मरीज से जुड़ा होता है. डॉ. हेविट बताते हैं, "यह एक कार्ट है. यह उपकरण का वह हिस्सा है जिसमें की होल सर्जरी के उपकरण लगे होते हैं. यह मरीज के पेट की ओर जाता है, फिर एबडॉमिनल कैविटी में और फिर पेल्विस में."
CUMH के अधिकारियों ने जानकारी दी कि दा विंची रोबोट कई प्रक्रियाओं को सटीक तरीके से पूरा कर देता है. पारंपरिक ऑपरेशन में रिकवरी के लिए बहुत समय लगता है. लेकिन इस तरह से सर्जरी करने में दर्द भी कम है और रिकवरी के लिए समय भी कम.
ऊंची दुकान के पकवान फीके?
लेकिन कई लोग इन दावों से संतुष्ट और प्रभावित नहीं हैं. वे रोबोट को सर्जरी रुम में लाने के हिमायती नहीं हैं. जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के डॉ. मार्टी मैकैरी ने हाल ही में एक शोध प्रकाशित किया था जिसमें रोबोटिक सर्जरी के फायदे के बारे में चर्चा की गई थी.
मैकैरी का कहना है कि अमेरिका में कई अस्पताल की वेबसाइटों पर रोबोटिक कंपनियों ने सर्जरी रोबोट के फायदों के बारे में बताया है. डॉयचे वेले से बातचीत करते हुए मैकेरी ने बताया कि इनमें से कई दावे साबित नहीं किए जा सके हैं. "और कई दावे हमें विचित्र भी लगे. जैसे कि कैंसर ऑपरेशन के अच्छे परिणाम. सादे शब्दों में कहें तो ये कहना कि किसी का जीवन सामान्य सर्जरी की बजाए रोबोटिक सर्जरी से लंबा हो रहा है. यह कहना भ्रामक और बेइमानी है."
लेकिन आयरलैंड की सरकार अपने फैसले खुद ले रही है और उन्होंने द विंची के प्रभाव का मूल्यांकन किया है और इसके बारे में रिपोर्ट जारी करने वाली है. आयरलैंड की मेडिकल कम्यूनिटी को इस रिपोर्ट का इंतेजार है जबकि जिन लोगों का ऑपरेशन हुआ है वे इस सर्जरी से खुश हैं.
रिपोर्टः डॉयचे वेले / आभा एम
संपादनः महेश झा