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कर्नाटक सरकार संकट में

६ अक्टूबर २०१०

विधायकों की बगावत के बाद कर्नाटक में बीजेपी सरकार अचानक संकट से घिर गई है. राज्यपाल हंसराज भारद्वाज ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से कहा है कि वह 12 अक्तूबर तक राज्य विधानसभा में अपना बहुमत साबित करें.

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तस्वीर: UNI

बीजेपी सरकार में शामिल 19 विधायकों ने खुलेआम बगावत कर दी है. उन्होंने चिट्ठी लिख कर कहा है कि वे सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की अगुवाई वाली सरकार अल्पमत में आती दिख रही है.

राजभवन से मिली जानकारी के मुताबिक राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को 14 बीजेपी और पांच निर्दलीय विधायकों ने चिट्ठी लिखी है. इसके बाद ही सरकार के शक्ति परीक्षण का फैसला किया गया है. जिन विधायकों ने समर्थन वापस लिया है, उनमें सात मंत्री हैं.

राज्यपाल कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वह सदन के पटल पर इस बात को साबित करें कि वह अब भी बहुमत में हैं. इसके लिए उन्हें 12 अक्तूबर शाम पांच बजे तक का समय दिया गया है.

इससे पहले मुख्यमंत्री ने विद्रोह कर रहे चार मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया. उनका आरोप है कि विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और जेडीएस की शह पर उनके विधायक विरोध कर रहे हैं.

दो साल पहले 2008 में जब येदियुप्पा की सरकार बहुमत साबित करती नहीं दिख रही थी, तो कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें मदद की थी. बाद में उन्हें मंत्री भी बनाया गया, पर अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

इस बीच मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार बहुत साबित कर देगी. उन्होंने कहा कि कैबिनेट से कुछ वरिष्ठ मंत्रियों को हटने को कहा जाएगा और उनकी जगह कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

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