कश्मीर पर तीन वार्ताकार नियुक्त
१३ अक्टूबर २०१०पडगांवकर के अलावा वार्ताकारों की इस टीम में सूचना कमिश्नर एमएम अंसारी और जानी मानी शिक्षाविद राधा कुमार भी शामिल है. गृह मंत्री पी चिदंबरम ने राज्य सरकार से सलाह मशविरा करके इन वार्ताकारों को नियुक्त किया है.
गृह मंत्री के मुताबिक ये तीनों ही वार्ताकार बहुत "विश्वसनीय व्यक्ति" हैं और वे जल्द से जल्द अपना काम शुरू कर देंगे. उनके मुताबिक, "हम एक और वार्ताकार इस टीम में शामिल कर सकते हैं." वार्ताकार नियुक्त करने का यह फैसला 25 सितंबर को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के दौरान किया गया.
यह टीम जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा के सभी राजनीतिक पक्षों और अलगाववादियों से बात करेगी. राज्य के तीन हिस्सों जम्मू, लद्दाख और कश्मीर के लोगों से बात की जाएगी.
जामिया मिलिया इस्लामिया में नेल्सन मंडेला संस्थान की प्रमुख राधा कुमार पर्दे के पीछे से हुर्रियत कांफ्रेस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक और कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी से बात करती रही हैं. हाल ही में वह घाटी के दौरे पर गईं और गिलानी से मिलीं. उस वक्त गिलानी श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर मेडिकल संस्थान में भर्ती थे.
वहीं पडगांवकर मशहूर वकील राम जेठमलानी की अध्यक्ष वाली कश्मीर कमेटी के सदस्य रहे हैं. उधर हमदर्द यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और निदेशक रहे अंसारी एक जाने माने शिक्षाविद हैं. फिलहाल वह सूचना आयुक्त हैं.
इस बीच सोपोर को छोड़ कर पूरी कश्मीर घाटी से कर्फ्यू हटा लिया गया है. लेकिन हुर्रियत कांफ्रेस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी की तरफ से बुलाई गई हड़ताल के कारण घाटी में आम जनजीवन प्रभावित है. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, "सोपोर कस्बे में कुछ इलाकों को छोड़ कर पूरी कश्मीर घाटी के कर्फ्यू हटा लिया गया है." प्रवक्ता के मुताबिक श्रीनगर से 52 किलोमीटर दूर सोपोर के शालीपुरा, अशपीर, इकबाल कालोनी, चंदखान और नहरपुरा में कर्फ्यू जारी रहेगा. मंगलवार को हुर्रियत नेता गिलानी के घर तक अलगाववादियों की पदयात्रा को निष्फल करने के लिए सोमवार की रात को कर्फ्यू लगाया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह