कहीं पसंद, कहीं नापसंद स्कर्ट
स्कर्ट यूं तो किसी न किसी रूप और साइज में हर कहीं पहनी जाती है, लेकिन उसके साइज पर अक्सर विवाद भी रहा है. पिछले दशकों में स्कर्ट का पहनना महिलाओं की आजादी बराबरी और अधिकार के सवाल के साथ जुड़ गया है.
स्कर्ट या घाघरा?
स्कर्ट पहनने का रिवाज तो हर संस्कृति में रहा है, लेकिन समय काल और समाजों के हिसाब से उनकी लंबाई अलग अलग रही है. पांव को पूरी तरह ढकने वाली स्कर्ट से लेकर घुटने के ऊपर वाली स्कर्ट तक. भारत में साड़ी हो या लहंगा और घाघरा, वे एक ही परिवार के हैं.
घूरती नजरें
साठ के दशक में घाघरे का साइज छोटा हुआ और स्कर्ट फैशन में आई. मर्दों को देखने में अच्छा लग रहा था लेकिन पसंद नहीं आ रहा था. यहां फ्रांस के नीस शहर में 1969 में स्कर्ट पहले लड़कियों को घूरती एक बुजुर्ग की निगाहें.
मिनी स्कर्ट का फैशन
स्कर्ट विभिन्न संस्कृतियों और इलाकों में पहनी जाती रही है. प्राचीन समय में उसकी लंबाई पांव को पूरी तरह ढंकने वाली होती थी. 1960 के दशक में मिनी स्कर्ट का फैशन आया. यहां न्यूयॉर्क में एक मॉडल डॉन स्टेफेन का डिजाइन दिखा रही है.
भेदभाव जारी
पैंतीस साल बाद भी दुनिया में कहीं न कहीं लड़कियों के साथ पहनावे को लेकर भेदभाव जारी है. सेक्सिज्म के विरोध में फ्रांस में नाँत इलाके में शिक्षा विभाग ने 2014 में हाई स्कूल के छात्रों और शिक्षकों से स्कर्ट पहन कर स्कूल आने का आह्वान किया.
बलात्कार के लिए जिम्मेदार?
समय समय पर फैशन बदलता रहता है. और हर काल में बदलाव के विरोधी लोग किसी न किसी नाम पर उसका विरोध भी करते रहते है. कोलंबिया में पोशाक को बलात्कार के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के विरोध में लड़कियों ने स्कर्ट पहन कर प्रदर्शन किया.
मर्द भी पहनते हैं
स्वीडन में स्कर्ट सिर्फ महिलाओं की पोशाक नहीं. गर्मी से बचने के लिए मर्द भी स्कर्ट पहनने लगे हैं. यहां स्वीडिश रेलवे की गर्मियों में पुरुष कर्मचारियों को हाफ पैंट नहीं पहनने देने की नीति के विरोध में स्कर्ट पहने एक रेल ड्राइवर.
स्कर्ट की मुश्किलें
यूरोप में स्कर्ट संभ्रांत वर्ग की भी पोशाक है. स्कर्ट दूसरों को लिए तो मुश्किल खड़ी करती है कभी कभी पहनने वाले के लिए भी जंजाल बन जाती है. ब्रिटेन के युवराज चार्ल्स की पत्नी कामिला हवा में उड़ती स्कर्ट को संभालने की कोशिश कर रही हैं.
स्कर्ट का इतिहास
स्कॉटलैंड में, जहां की व्हिस्की दुनिया भर में जानी जाती है, मर्द भी स्कर्ट पहनते हैं. इसकी खोज ढीली ढाली पोशाक पहनने वाले फैक्टरी में काम करने वाले स्कॉटिश लोगों की सुरक्षा के लिए 17वीं शताब्दी में एक इंगलिश उद्यमी द्वारा की गई थी. स्कर्ट के इतिहास को जानने के लिए ऊपर दिए गए "+और" पर क्लिक करें.