खिताब का ख्वाब देखता बायर्न
१४ मई २०१३फाइनल में उसे जर्मनी की दूसरी टीम बोरुसिया डॉर्टमुंड से भिड़ना है, जो पिछले दो बार जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा की चैंपियन रह चुकी है. हालांकि इस बार जर्मन फुटबॉल लीग का खिताब बायर्न की झोली में जा चुका है.
टीम के साथ अपना आखिरी दिन बिता रहे कोच युप हाइंकेस का कहना है, "एक चीज मैं आप से वादा कर सकता हूं कि हम लोग 25 मई को अपना सब कुछ झोंक देंगे ताकि सपना पूरा हो सके." इंग्लैंड के वेंबली स्टेडियम में 25 मई को चैंपियंस लीग का फाइनल मैच खेला जाना है.
लाल जर्सी वाली म्यूनिख की टीम ने आखिरी बार 2001 में इस खिताब को जीता था और उसके बाद से टीम में सूखा पड़ा है. हाइंकेस इस कमी को भरना चाहते हैं और कहते हैं कि वे लोगों की भावनाओं को समझते हैं कि टीम को उस जगह पहुंचना है, जहां 10 साल से नहीं पहुंचा जा सका है. हाइंकेस अगले महीने टीम छोड़ रहे हैं और उनकी जगह स्पेन के तेज तर्रार पेप गुआर्दियोला टीम की कोचिंग संभालने वाले हैं.
इस साल घरेलू प्रतियोगिता में जबरदस्त प्रदर्शन करने के बाद बायर्न और डॉर्टमुंड की टीम अगले साल की चैंपियंस लीग में भी प्रवेश कर चुकी हैं. बुंडेसलीगा के कुछ मैच बाकी हैं लेकिन अब वे सिर्फ रस्म अदायगी हैं. पहले तीन नंबर का फैसला लगभग हो चुका है. 88 अंकों के साथ बायर्न पहले नंबर पर, 66 अंकों के साथ डॉर्टमुंड दूसरे और 62 अंकों के साथ लेवरकूजन तीसरे नंबर पर है. ये तीनों टीमें अगले साल यूरोप की चैंपियंस लीग में खेल सकती हैं.
सेमीफाइनल में बायर्न की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बार्सिलोना की भारी भरकम टीम को दोनों मैचों में पराजित किया. वह एक मैच चार गोल से और दूसरा तीन गोल से जीती. बार्सिलोना की टीम कोई गोल नहीं कर पाई. दूसरी तरफ डॉर्टमुंड की टीम ने रियाल मैड्रिड को पटखनी देकर फाइनल में जगह बनाई है.
एजेए/एमजी (डीपीए)