खुद को साफ कर सकता है वातावरण
८ जनवरी २०११जानीमानी पत्रिका साइंस में यह अध्ययन छपा है. हालांकि इस वक्त वैज्ञानिकों में इस बात को लेकर जबर्दस्त बहस छिड़ी हुई है कि पर्यावरण में हो रहे बदलावों के कारण वातावरण की खुद को साफ करने की क्षमता कम हो रही है.
नेशनल ओशियानिक एंड एटमोसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेतृत्व में काम कर रही अंतरराष्ट्रीय टीम वातावरण में हाइड्रॉक्सिल रेडिकल के स्तर की गणना की. यह वातावरण के रासायनकि संतुलन में अहम भूमिका निभाता है.
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि सालाना आधार पर हाइड्रॉक्सिल के स्तर में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है. इससे पहले कुछ अध्ययनों में कहा गया था कि इसके स्तर में 25 फीसदी तक का फर्क पड़ा है. लेकिन नया अध्ययन इस बात को खारिज करता है.
एनओएए के ग्लोबल मॉनिटरिंग विभाग में काम करने वाले मुख्य रिसर्चर स्टीफन मोंटत्सका बताते हैं, "हाइड्रॉक्सिल के स्तर की नई गणना से वैज्ञानिकों को पता चला है कि वातावरण की खुद को साफ करने की क्षमता कितनी है. अब हम कह सकते हैं कि प्रदूषकों से छुटकारा पाने की वातावरण की क्षमता अब भी बनी हुई है. अब तक हम इस बात को तसल्ली से नहीं कह पा रहे थे."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल