खेल खत्म, झगड़ा शुरू
१८ अक्टूबर २०१२सर्बिया को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से दूर किया जा सकता है. उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग हो रही है. मंगलवार को इंग्लैंड और सर्बिया के बीच अंडर-21 चैंपियनशिप का क्वालिफाइंग मैच हुआ. मैच सर्बिया के क्रूसेवाच शहर में खेला गया. मेजबान देश 0-1 से हार गया, लेकिन मैच के दौरान भारी हंगामा हुआ.
खेल के दौरान कुछ उपद्रवियों ने इंग्लैंड के डैनी रोज को 'बंदर' कहकर चिढ़ाया. रोज इससे ऐसे आहत हुए कि उन्होंने बंदर का इशारा करने वाले और बंदर कहकर चिल्लाने वालों की तरफ गेंद से जोरदार किक मारी. इसके बाद तो स्टेडियम में हंगामा हो गया. वीडियो फुटेज से पता चल रहा है कि किस तरह स्टेडियम में मौजूद उपद्रवी अश्वेत खिलाड़ियों को चिढ़ा रहे थे.
सर्बियाई फुटबॉल संघ ने नस्लवाद के आरोपों को खारिज किया है. साथ ही कहा है कि इंग्लैंड गलत आरोप लगा रहा है. इंग्लिश फुटबॉलर रोज के व्यवहार को तो सर्बियाई फुटबॉल संघ ने 'अभद्र' करार दिया. आरोप प्रत्यारोपों के बीच यूरोपीय फुटबॉल संघ (यूएफा) ने इंग्लैंड और सर्बिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. फुटबॉल संघ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "यूएफा ने सर्बियाई फुटबॉल संघ और इंग्लैंड फुटबॉल एसोसिएशन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है."
"नस्लवादी नारों के आरोप को देखते हुए प्रशंसकों के बुरे व्यवहार के लिए यूएएफा सर्बियाई फुटबॉल संघ के खिलाफ कार्रवाई आगे बढ़ाएगा. खेल के अंत में सर्बियाई खिलाड़ियों के अनुचित व्यवहार के लिए भी जांच की जाएगी."
इंग्लैंड के खिलाड़ियों के अनुचित व्यवहार की सजा इंग्लैंड फुटबॉल एसोसिएशन को भुगतनी पड़ेगी. 22 नंवबर को यूएफा की अनुशासन समिति इस विवाद पर चर्चा करेगी.
यह पहला मौका नहीं है कि जब सर्बिया में फुटबॉल मैच का इस्तेमाल नस्लवाद के लिए किया गया हो. नस्लवादी हुल्लड़बाजों की वजह से सर्बिया को यूरो 2012 का क्वालिफाइंग मैच बंद स्टेडियम में खेलना पड़ा. इंग्लैंड का दामन भी नस्लवाद संबंधी विवाद से दागदार हुआ है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जॉन टेरी के खिलाफ नस्लवाद के आरोपों की सुनवाई अब भी जारी है. लीग मैच के दौरान टेरी ने विपक्षी टीम के अश्वेत खिलाड़ी पर नस्लवादी फब्ती कसी.
ओएसजे/एजेए (एएफपी, रॉयटर्स)