गुजरात में एक बार फिर रिजॉर्ट राजनीति
८ जून २०२०गुजरात में एक बार फिर चुनावों का मौसम आ गया है और अपने साथ जानी-पहचानी गतिविधियां और दृश्य ले कर आया है. 19 जून को राज्य सभा में गुजरात की चार सीटों के लिए चुनाव होने हैं और पार्टियां अपने अपने विधायकों की घेराबंदी में लग गई हैं. खबर है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने 19 विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए कांग्रेस की सरकार वाले राजस्थान में एक रिजॉर्ट में बंद कर दिया है.
पार्टी को ये कदम तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद उठाना पड़ा. गुजरात विधान सभा में 182 सदस्य हैं और राज्य सभा चुनावों में जीतने के लिए हर प्रत्याशी को 34 विधायकों के वोट चाहिए. विधान सभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के 103 विधायक हैं और कांग्रेस के 65. इतने संख्या-बल से अभी तो कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत सकती है, लेकिन बस चार महीने पहले कांग्रेस इस से बेहतर स्थिति में थी.
इससे पहले, मार्च में राज्य सभा चुनावों की घोषणा के कुछ ही दिनों में कांग्रेस के चार और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. यानी पिछले चार महीनों में पार्टी ने सात विधायक गंवाए हैं. आज अगर वो विधायक कांग्रेस के साथ ही होते तो पार्टी का विधान सभा में संख्या-बल 72 होता और वो राज्य सभा की दो सीटें जीत सकती थी. अभी भी अगर वो और इस्तीफे ना रोक पाई तो एक भी सीट नहीं मिलेगी.
संसद के ऊपरी सदन की जिन चार सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं उनमें से अभी तीन बीजेपी के पास हैं और एक कांग्रेस के पास. कांग्रेस और विधायक ना गंवा दे इसलिए उसने सभी विधायकों को अलग अलग दलों में बांट कर राजस्थान के अलावा गुजरात में भी अलग अलग रिजॉर्ट में बंद कर दिया है. कुछ विधायक राजकोट में एक रिजॉर्ट में हैं तो कुछ आणंद के पास एक और रिजॉर्ट में.
राजकोट में पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक के खिलाफ तालाबंदी के नियमों का उल्लंघन करते हुए रिजॉर्ट को खोलने पर केस दर्ज कर दिया है. अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है, लेकिन पुलिस ने कहा है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी.
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore