ग्वांतानामो बे के 172 कैदी 'गंभीर खतरा'
२५ अप्रैल २०११क्यूबा के ग्वांतानामो बे बंदीघर में बचे हुए 172 कैदियों को 'हाई रिस्क' की श्रेणी में रखा गया है. न्यूयॉर्क टाइम्स सहित कई और अखबारों में प्रकाशित यह दस्तावेज 600 में से उन एक तिहाई कैदियों के बारे में भी जानकारी देते हैं जिन्हें दूसरे देशों में भेज दिया गया है. यह भी रिहा होने या दूसरे देश की सरकार को दे दिए जाने के पहले 'खतरनाक' की श्रेणी में शामिल थे.
इन दस्तावेजों में ग्वांतानामों में पूछताछ के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले क्रूर तरीकों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है. यह डोजियर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के कार्यकाल में बनाया गया था. वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दो साल पहले इस जेल को बंद करने की प्रतिज्ञा की थी, लेकिन कानूनी दांवपेंच में यह अभी तक बंद नहीं हुआ है.
ओबामा सरकार ने इन दस्तावेजों के लीक होने की कड़ी आलोचना की है, लेकिन यह भी कहा है कि इसमें मिली जानकारी पुरानी है.
पेंटागन के प्रवक्ता जेफ मोरेल और विदेश मंत्रालय के दूत डैन फ्रीड ने एक संयुक्त बयान में कहा कि सरकार की ग्वांतानामो रिव्यू पैनल ने जनवरी 2009 में खुद विश्लेषण किया है. "ग्वांतानामो रिव्यू टास्क फोर्स के विश्लेषण विकीलीक्स को नहीं बताए गए हैं. इसलिए कैदियों के बारे में कोई भी दस्तावेज, जो विकीलीक्स ने गैर कानूनी तरीके से लिया या रिलीज किया हो, वह कैदियों के ताजा हालात के बारे में जानकारी नहीं दे सकता."
विकीलीक्स इससे पहले अफगानिस्तान और इराक युद्ध के बारे में 25 हजार गोपनीय दस्तावेज जारी कर चुका है. 23 साल के अमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग को इन गोपनीय दस्तावेजों को विकीलीक्स को सौंपने का आरोपी पाया गया.
रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा एम
संपादनः एमजी