चलिए ढूंढें दुनिया के सात छुपे खजाने
गड़ा धन, छुपे हुए खजाने या फिर पौराणिक कथाओं में सुनी सुनाई दौलतों के किस्से - चाहे जितने भी सच्चे झूठे लगते हों ये किस्से दिलचस्प तो होते हैं. ऐसे ही सात चर्चित खजानों के किस्से लेकर आए हैं आपके लिए.
डूबी हुई नगरी
अटलांटिस का रुख कीजिए. करीब 11,000 साल पहले यहां का सबसे शानदार और भव्य शहर समुद्र की गर्त में समा गया था. कई सदियों से रिसर्चर, समुद्री गोताखोर और कुछ आम लोग भी इस दौलत से भरी नगरी की तलाश में समुद्र की लहरें नाप चुके हैं. इस धन-धान्य से भरे शहर का जिक्र खुद ग्रीक दार्शनिक प्लेटो ने भी किया है.
युद्ध के धुंधलके में खोया
सेंट पीटर्सबर्ग के पास स्थित कैथरीन पैलेस का यह एक कमरा 'ऐम्बर रूम' देखकर ही समझ में आ जाता है कि इसकी भव्यता किस दर्जे की होगी. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जर्मन सेना ने महल की बेशकीमती चीजों को 28 बॉक्सों में पैक किया और उसे कोएनिग्सबैर्ग कासेल को भेज दिया गया. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि ये सारी दौलत वहां कभी नहीं पहुंची और आज तक भी उसका कुछ ही हिस्सा मिला है.
पवित्र दौलत
दक्षिण अमेरिका में लीमा का खजाना मशहूर है. सन 1820 में स्पेन के औपनिवेशिक शासन का विरोध करने वालों की तादाद बढ़ रही थी. तभी पेरू के गवर्नर और चर्च ने अपनी सारी दौलत को स्पेनी आक्रमणकारियों से बचाने के लिए सब कुछ कोकोस द्वीप में छुपा दिया. इसमें वर्जिन मेरी की सोने की मूर्ति भी थी, जिसे 1,700 रत्नों से सजाया गया था. इस पर "ट्रेजर आइलैंड" नाम की फिल्म भी बन चुकी है.
अकूत संपदा
कुछ मान्यताएं हैं कि कोई 3,000 साल पहले खुद भगवान ने इस्राएली लोगों को आदेश दिया था कि वे अकेसिया की लकड़ से आर्क ऑफ दि कोविनैंट बनाएं. इसी में वे पत्थर के टुकड़े रख कर ले जाए गए जिन पर 10 कमांडमेंट्स उभरे थे. विशेषज्ञ मानते हैं कि 2,600 साल पहले वो आर्क खो गई और वो आज भी येरुशलम के टेंपल माउंट के नीचे दबी होगी. पुरातत्वविदों को ऐसे किसी आर्क का सबूत नहीं मिला है.
नदी में बहता धन
जर्मनी की सबसे बड़ी नदी राइन के बारे में मान्यता है कि सिटी ऑफ वोर्म्स के पास राइन की तली पर कई कीमती चीजें जमा हैं. 13वीं सदी की एक मशहूर पौराणिक कविता में इसका जिक्र था, जिसका शीर्षक था नीबेलुंगेनलीड यानि नीबेलुंग के गीत. बताया गया कि हागेन फॉन ट्रोनिए ने यहां नदी में रत्नों और सोने से भरे 12 ट्रक उलट दिए थे. अब तक अनगिनत लोग धन की तलाश में नदी में गोता लगा चुके हैं.
चमत्कारी और रहस्य से भरा
तलाश होली ग्रेल की - यानि वो प्याला जिसे खुद ईसा मसीह ने लास्ट सपर में इस्तेमाल किया था. 12वीं सदी के किंग आर्थर के शासन काल से ही इसकी तलाश जारी है. माना जाता है कि जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था तब उनके किसी एक शिष्य ने उसी प्याले में ईसा के खून की कुछ बूंदे रख लीं थीं. हॉलीवुड फिल्म "इंडियाना जोन्स एंड दि लास्ट क्रूसेड" में यह कहानी दिखाई गई है.
इंद्रधनुष के छोर पर
यह आखिरी कथा उस आदमी की है जिसे पूरा विश्वास था कि इंद्रधनुष के अंत में जरूर कोई खजाना होगा. एक बहुत लंबी तलाश के बाद थक-हार कर वह खजाना ढूंढना छोड़ कर रूक जाता है. लेकिन तभी उसे दिखता है कि वो इंद्रधनुष के अंत में आ पहुंचा है. तब उसे समझ आता है कि जिस खजाने की तलाश में वह भटक रहा है वह हर समय उसके भीतर ही था - जो है सच्ची खुशी.