चिरंजीवी नहीं छोड़ पा रहे हैं सिनेमा का मोह
३ नवम्बर २०१०दक्षिण भारत में सिनेमा के पर्दे से राजनीति की दुनिया में जाना और फिर नाम कमाना नई बात नहीं है. तमिनाडु में एमजी रामचंद्रन, जयललिता और एम करुणानिधि इसकी मिसाल हैं तो आंध्र प्रदेश में एनटी रामाराव सिनेमा से मिली लोकप्रियता के जरिए सत्ता के शिखर तक पहुंचे. इसी फेहरिस्त में चिरंजीवी भी शामिल हैं. लेकिन वह अब अपने चाहने वालों की खातिर फिल्मों में वापसी कर रहे हैं. हैरदाबाद में चिरंजीवी ने बताया, "मेरे प्रशंसकों की इच्छा जल्द पूरी होगी. फिल्म की शूटिंग अगले साल फरवरी में शुरू हो सकती है."
यह अभी तय नहीं है कि चिरंजीवी की यह फिल्म किस विषय पर होगी, लेकिन वह इन दिनों स्क्रिप्ट पढ़ने में व्यस्त हैं. उनसे जुड़े सूत्रों का कहना है कि फिल्म में काम करने का यह मतलब नहीं है कि चिरंजीवी अपनी राजनीतिक गतिविधियों की अनदेखी करेंगे. राजनीति और फिल्म के बीच संतुलन कायम करने के लिए तेलुगु सुपरस्टार महीने के 20 दिन राजनीति को और बाकी बचे दिन शूटिंग को समर्पित करेंगे.
तिरुपति सीट से विधायक चिरंजीवी अपनी नई फिल्म के जरिए के धमाकेदार सामाजिक संदेश देना चाहते हैं ताकि राजनेता की अपनी नई नवेली छवि को और चमका सकें. उनकी इस 150वीं फिल्म का निर्माण उनके बेटे और खुद अभिनेता रामचरन तेजा कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी