जनता ने मुझे आराम दियाः करुणानिधि
१४ मई २०११तमिलनाडु विधानसभा चुनाव नतीजों में जयललिता की एआईएडीएमके ने करुणानिधि को करारी हार का स्वाद चखाया है. एआईएडीएमके गठबंधन ने 234 में से 203 सीटों पर जीत हासिल की जबकि फिर से सत्ता वापसी का सपना देख रही डीएमके को सिर्फ 31 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. मुश्किल समय में भी करुणानिधि इस घटनाक्रम के चमकदार पक्ष को देख रहे हैं. 87 वर्षीय करुणानिधि ने नतीजों के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लोगों ने उन्हें आराम दिया है.
हाल के समय में डीएमके पार्टी में करुणानिधि के उत्तराधिकारी को लेकर संघर्ष और अटकलें तेज हुई हैं. करुणानिधि के दोनों बेटे एमके अड़ागिरी और एमके स्टालिन सही मायनों में करुणानिधि का उत्तराधिकारी होने का दावा करते हैं. अब चुनाव में हार के बाद करुणानिधि संकेत दे रहे हैं कि पारिवारिक संघर्ष राजनीति से दूर आराम करने का समय आ गया है.
करुणानिधि ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की इच्छा जाहिर की है और वह लिखने में समय व्यतीत करना चाहते हैं. हालांकि पिछले कुछ महीनों में अपनी इच्छा के बारे में वह खुलकर कुछ नहीं बोले. करुणानिधि ने तिरुवर में 50,000 मतों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की. अगर करुणानिधि की डीएमके पार्टी इन चुनावों में जीत हासिल करती तो वह छठी बार राज्य की बागडोर अपने हाथ में लेते.
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की आंच भी करुणानिधि के परिवार तक पहुंची है और डीएमके नेता ए राजा के तिहाड़ पहुंचने के बाद अब आशंका जताई जा रही है कि करुणानिधि की बेटी कनिमोड़ी को भी जेल की राह पर जाना हो सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल