जर्मन पत्रकारों ने ईरान में गुनाह कबूला: रिपोर्ट
१६ अक्टूबर २०१०सरकारी समचार एजेंसी इरना के मुताबिक सरकारी वकील गोलम हुसैन मोहसेनी एजेई ने कहा, "दोनों आरोपी कुछ विदेशी विद्रोही गुटों की मदद से तबरिज पहुंचे. दोनों फिलहाल हिरासत में हैं और उन्होंने मान लिया है कि उन्होंने अपराध किया."
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक एजेई ने कहा कि दोनों पत्रकारों ने टूरिस्ट वीजा पर देश में प्रवेश किया और खुद को पत्रकार बताया जबकि उनके पास कोई सबूत नहीं था. इसके बाद ही उन्होंने मौत की सजा पाई सकिनेह मोहम्मदी-आश्तियानी के परिवार से संपर्क किया. सकिनेह को व्यभिचार के आरोप में पत्थर मारकर कत्ल कर देने की सजा दी गई है.
फार्स समाचार एजेंसी ने एजेई के हवाले से लिखा है, "दोनों पत्रकारों ने मान लिया है कि खुद को गलत तरीके से पत्रकार बताना गुनाह है."
जर्मन विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने मंगलवार को कहा था कि ये दोनों पत्रकार जर्मनी के नागरिक हैं और उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए सरकार कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, "दोनों जर्मन नागरिकों की रिहाई और जल्द से जल्द देश वापसी के लिए हम हर राजनयिक स्तर पर कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए हम अलग अलग राजनियक सूत्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं."
लेकिन शुक्रवार को जर्मन सरकार ने कहा कि अब भी देश के राजनयिकों को गिरफ्तार पत्रकारों से सीधा संपर्क नहीं हुआ है. हालांकि सरकार ने जुर्म कबूलने की खबर पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बर्लिन में बस इतना ही कहा कि दोनों की सुरक्षित रिहाई की कोशिशें जारी हैं.
शुक्रवार को ब्रसेल्स में 'फ्रेंड्स ऑफ डेमोक्रैटिक पाकिस्तान' की बैठक के दौरान गीडो वेस्टरवेले ने ईरान के विदेश मंत्री मनुशेर मोटाकी से मुलाकात की. इरना समाचार एजेंसी के मुताबिक वेस्टरवेले ने दोनों नागरिकों पर इस्लामिक दया दिखाने की बात कहते हुए उनकी रिहाई की अपील की. इसके जवाब में मोटाकी ने कहा कि उनकी फाइल पर कानून के दायरे में विचार किया जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन