जर्मनी पर हमले की फिराक में थे अल कायदा संदिग्ध
३० अप्रैल २०११जर्मनी के कार्ल्सरूहे शहर में उप महाभियोक्ता राइनर ग्रीजबाउम ने कहा कि 29 साल के अब्दुलाकिम अल-क को "अल कायदा के एक वरिष्ठ सदस्य ने 2010 में जर्मनी में आतंकी हमला करने के आदेश दिए." ग्रीजबाउम ने बताया कि संदिग्धों ने इस सिलसिले में विस्फोटक पदार्थ बनाने शुरू कर दिए थे, लेकिन उन्होंने हमले का लक्ष्य तय नहीं किया. शुक्रवार को जर्मन पुलिस ने ड्यूसेलडॉर्फ और बोखुम शहरों से अल कायदा के तीन संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
जर्मन पुलिस के मुखिया योएर्ग त्सियेर्क ने कहा कि अब्दुलाकिम अल-क इस छोटे गुट का प्रमुख था और जर्मनी में 2010 नवंबर से गैर कानूनी तरीके से रहता था. उसके संबंध मोरक्को, ऑस्ट्रिया, कोसोवो और ईरान में मौजूद कुछ लोगों से बताए जाते हैं.
शुक्रवार को जर्मन अखबार बिल्ड ने खबर दी कि जर्मनी के राज्य नार्थराइन वेस्टफेलिया में अल कायदा के तीन संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ भी बरामद किए गए. हमलों के लिए वे एक बड़े शहर में सार्वजनिक यातायात को अपना निशाना बना रहे थे. 2010 के अंत में यह लोग दवाइयों की दुकानों में जा कर भारी मात्रा में दवाइयां खरीदने लगे जिसके बाद पुलिस को इन पर शक हो गया और फिर पुलिस ने इनके टेलीफोन और इंटरनेट पर निगरानी रखनी शुरू की.
कुछ और मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अब्दुलाकिम अल-क की ट्रेनिंग पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सरहद पर वजीरिस्तान में हुई थी. पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने इस्लामी आतंकवादी अहमद वली सिद्दीकी को जर्मन सरकार के हवाले किया. सिद्दीकी ने ही इन तीन संदिग्धों की जानकारी दी. पिछले साल नवंबर से ही खबरें आ रही हैं कि अल कायदा के सदस्य जर्मनी में मुंबई की ही तरह के बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः ए कुमार