जूलियन असांज को स्वीडन भेजने की मंजूरी
२४ फ़रवरी २०११सुनवाई के बाद फैसला सुनाते हुए लंदन की बेलमार्श मजिस्ट्रेट कोर्ट के जज हॉवर्ड रिडले ने कहा, "मैं आदेश देता हूं कि असांज को स्वीडन प्रत्यर्पित कर दिया जाए." जूलियन असांज पर स्वीडन में दो महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोप में मुकदमा चल रहा है. स्वीडिश सरकार ने इन्हीं आरोपों में उन्हें प्रत्यर्पित करने की मांग की थी जिसके बाद असांज को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया.
बाद में लंदन की अदालत से उन्हें जमानत तो मिल गई पर प्रत्यर्पण के सिलसिले में सुनवाई चलती रही. गुरुवार को इसी अदालत ने उन्हें स्वीडन प्रत्यर्पित करने को मंजूरी दे दी है. असांज ने कहा है कि वह प्रत्यर्पित किए जाने के फैसले के खिलाफ ऊपर की अदालत में अपील करेंगे.
असांज ने खुद पर लगाए गए आरोपों से इनकार किया है. स्वीडन के अभियोजन विभाग का दावा है कि असांज ने पिछले साल स्वीडन यात्रा के दौरान इन महिलाओं के साथ बलात्कार और उनका शोषण किया.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के खुफिया दस्तावेज अपनी वेबसाइट विकीलीक्स पर जारी कर जूलियन असांज ने अपने ढेर सारे दुश्मन खड़े कर लिये हैं. उनकी साइट पर सनसनीखेज खुलासों का दौर अभी भी जारी है. असांज का कहना है कि अमेरिकी दस्तावेजों को सामने लाने की वजह से ही उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार