टेलर को पचास साल की कैद
२६ सितम्बर २०१३नीदरलैंड्स के लेट्सेनडाम में सियेरा लियोन के लिए विशेष अदालत में सात साल से चल रही सुनवाई पर आखिरी फैसले के साथ ही पश्चिमी अफ्रीका के इस बाहुबली के लिए सारे रास्ते बंद हो गए. 65 साल के टेलर को 2012 में पड़ोसी देश सियेरा लियोन के विद्रोहियों को समर्थन देने का दोषी करार दिया गया था. इन विद्रोहियों के हिंसक अभियान से शुरू हुए गृहयुद्ध ने सियेरा लियोन में 1991 से 2002 के बीच 120,000 लोगों की जान ली. टेलर को इस समर्थन के बदले बंधुआ मजदूरों से निकलवाए गए हीरे मिले. इतिहास में इन्हें "खूनी हीरे" नाम दिया गया है. टेलर पर सुनवाई में सुपरमॉडल नाओमी कैम्पबेल और अभिनेत्री मिया फैरो की भी गवाही हुई. नाओमी को भी तोहफे में कुछ खूनी हीरे दिए जाने की बात पता चली.
टेलर को 2006 के मध्य में गिरफ्तार कर द हेग भेजा गया. लाइबेरिया में टेलर पर मुकदमा चलाने से विवाद होने का खतरा था इसलिए मामले की सुनवाई द हेग की अंतरराष्ट्रीय अदालत में हुई. टेलर को पिछले साल मई में, "मानवीय इतिहास के कुछ सबसे जघन्य अपराधों" के लिए सजा सुनाई गई. ऐतिहासिक फैसले में उन्हें युद्ध अपराध के 12 आरोपों में सजा हुई. 1946 में न्यूरेम्बर्ग में नाजी मुकदमों के बाद पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय अदालत ने किसी पूर्व राष्ट्र प्रमुख को सजा दी.
लाइबेरिया के राष्ट्रपति रहते 1997 से 2003 के बीच टेलर ने पड़ोसी देश के रिवॉल्यूशनरी यूनाइटेड फ्रंट के विद्रोहियों को हथियार दिए थे. इन विद्रोहियों पर बाल सैनिकों की भर्ती से लेकर यौन गुलामी और लोगों के सिर काटने जैसे अपराधों में शामिल होने के आरोप ट्रायल कोर्ट में साबित हुए. पूरी सुनवाई के दौरान टेलर खुद को बेगुनाह बताते रहे. पिछले साल जुलाई में उनके वकीलों ने अभियोग के खिलाफ यह कह कर अपील किया कि जजों ने सबूतों के मूल्यांकन में "नियमित गलतियां" की हैं. बचाव पक्ष ने अपनी 42 बिंदुओं वाली अपील में कहा कि जजों ने "फंसाने वाली सच्चाई की तलाश में अपुष्ट और सुनी सुनाई बात को ही सबूत का आधार मान कर" उन पर भरोसा कर लिया.
इन वकीलों ने सुनवाई के दौरान दलील दी कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि सियेरा लियोन के क्रूर विद्रोहियों के अपराधों की जानकारी टेलर को थी और ना ही इस बात के कि उन्होंने हथियार, गोला बारूद और संचालन में मदद दी. वे अपील जजों से चाहते थे कि फैसले को पलट कर सजा रद्द की जाए. अभियोजन पक्ष ने टेलर के लिए 80 साल की सजा मांगी थी और उसने भी फैसले के खिलाफ अपील की थी. अभियोजन पक्ष की दलील थी कि जज "अनावश्यक रूप से नर्म" थे.
सामाजिक संगठनों और कानूनी विश्लेषकों को आशंका थी कि हाल ही में यूगोस्लाविया के युद्ध अपराधों पर आए एक विवादित फैसले का असर इस मुकदमे पर हो सकता था. यूगोस्लाविया वार क्राइम प्राधिकरण ने फरवरी में पूर्व सेना प्रमुख मोमचिलो पेरिसिच की अपील पर उन्हें बरी कर दिया था. 1990 के बाल्कन युद्ध के दौरान युद्ध अपराधों के लिए उन्हें 27 साल के कैद की सजा मिली थी जिसे उलट दिया गया. संयुक्त राष्ट्र की कारावास ईकाई ने टेलर को जून 2006 से ही द हेग में कैद कर रखा है. अब उन्हें बाकी जीवन कैद में बिताना होगा, मुमकिन है कि ब्रिटेन की किसी जेल में.
एनआर/एमजे (एएफपी)