टेवेस के पिता का अपहरण
३० जुलाई २०१४मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उस वक्त टेवेस इटली के टूरीन में थे. उन्हें इस बात का पता चला तो वह अर्जेंटीना के लिए उड़ान भरना चाहते थे. लेकिन वह फिलहाल इटली में ही हैं. टेवेस ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि उनके पिता सेगुंडो टेवेस को बिना किसी नुकसान के छोड़ दिया गया है. टेवेस के पिता अपनी कार से मोरोन इलाके में कहीं जा रहे थे, जो राजधानी से लगभग 30 किलोमीटर दूर है.
उन्होंने लिखा, "मैं हमेशा की तरह सबके समर्थन का शुक्रिया अदा करता हूं. मैं आपको बता सकता हूं कि मेरे पिता ठीक हैं, सुरक्षित हैं. यह सबसे ज्यादा जरूरी है." उन्होंने ब्यूनोस आयर्स और अर्जेंटीना के संघीय पुलिस की भी तारीफ की.
पुलिस का कहना है कि टेवेस के परिवार को फिरौती के लिए कई बार फोन किया गया. परिवार के एक प्रवक्ता ने कहा, "वह ठीक हैं." आधिकारिक तौर पर पता नहीं चला है कि उन्हें छुड़ाने में कितने पैसे लगे, लेकिन मीडिया का कहना है कि चार लाख पीसो (लगभग 50,000 डॉलर) फिरौती दी गई है.
टेवेस के भाई डिएगो का कहना है कि पहले अपहर्ताओं ने सिर्फ उनकी कार चुराई और उन्हें छोड़ दिया. लेकिन बाद में जब रजिस्ट्रेशन पर उनका नाम पढ़ा, तो उन्हें भी पकड़ लिया. दैनिक ला नासियोन ने रिपोर्ट दी है कि अपहर्ताओं ने कहा कि वे फुटबॉलर टेवेस को बहुत पसंद करते हैं, लेकिन "अपने लिए उन्हें यह करना" पड़ रहा है.
जबरदस्त फॉर्म में होने के बाद भी इटली के युवेंटस से खेलने वाले 30 साल के टेवेस को अर्जेंटीना के कोच अलेखांद्रो साबेला ने राष्ट्रीय टीम में नहीं रखा था. लियोनेल मेसी की अगुवाई में अर्जेंटीना की टीम विश्व कप फाइनल तक पहुंची, जहां उसे जर्मनी ने हरा दिया. ला नासियोन ने अपनी रिपोर्ट में अपहर्ताओं के हवाले से कहा है, "हमें इस बात का भी गुस्सा है कि टेवेस को राष्ट्रीय टीम में नहीं रखा गया."
एजेए/एमजे (रॉयटर्स)