तुर्की: ईरान के परमाणु विवाद पर समझौता
१७ मई २०१०जी-15 शिखर भेंट के सिलसिले में पहुंचे ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइस इनाशियो लूला दा सिल्वा की मध्यस्थता वार्ता के केंद्र में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का एक पुराना प्रस्ताव है जिसके अनुसार ईरान अपने यूरेनियम का संवर्धन विदेश में कराएगा. पश्चिमी देशों के साथ ईरान के विवाद में मध्यस्थता कर रहे तुर्की और ब्राज़ील के अधिकारियों ने समझौते का कोई विवरण नहीं दिया है. तुर्की के विदेश मंत्रालय का कहना है कि इसकी घोषणा सोमवार को हो सकती है.
पश्चिमी देशों को डर है कि ईरान परमाणु हथियार बनाना चाहता है और उसका परमाणु कार्यक्रम इसी पर लक्षित है. विदेश में यूरेनियम का संवर्धन करा कर ईरान अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के इस डर को दूर कर सकेगा कि वह हथियार बनाने की हद कर यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है.
ईरान के पास 3 फ़ीसदी संवर्धित यूरेनियम है. चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग के लिए उसे 20 फ़ीसदी संवर्धित यूरेनियम की ज़रूरत है. हथियार बनाने के लिए 80-90 फ़ीसदी संवर्धित यूरेनियम की ज़रूरत होती है.
ब्राज़ील की समाचार एजेंसी अजेंसिया ब्राज़ील ने कहा है कि सोमवार को तेहरान में जी-15 के शिखर भेंट में मध्यस्थता वार्ता में हुई प्रगति की घोषणा की जाएगी. लूला और ईरानी नेताओं ने रविवार को इसके बारे में तेहरान में कोई जानकारी नहीं दी. हालांकि एक प्रेस कांफ़्रेंस की योजना थी लेकिन उसे अंतिम समय में रद्द कर दिया गया. ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने सिर्फ़ इतना कहा कि उम्मीद की वजह है.
परमाणु विवाद में ईरान के रवैये से हतोत्साहित पश्चिमी देश लूला और एरदोआन के प्रयासों को ईरान के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंधों को टालने का अंतिम मौक़ा मान रहे हैं. एरदोआन ने पहले अपना तेहरान दौरा रद्द कर दिया था, लेकिन बाद में वे अप्रत्याशित रूप से तेहरान पहुंचे और राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद से मिले. तुर्की और ब्राज़ील इस समय सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य हैं और अमेरिका तथा पश्चिमी देशों के विपरीत ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों का विरोध कर रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़