नए क्रिकेट कोच कुंबले की खूबियां
भारत के क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने स्टार स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को अगले एक साल के लिए टीम इंडिया के मुख्य कोच के तौर पर चुना है. आइए देखें इस शांत, सौम्य लेकिन धमाकेदार क्रिकेटर की कुछ खूबियां.
45 साल के पूर्व लेग-स्पिनर कुंबले अपने सक्रिय क्रिकेट करियर के दौरान भारत के सर्वकालीन सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं. कुंबले ने भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं. कुल 132 टेस्ट मुकाबलों में कुंबले ने 619 विकेट और 271 वनडे इंटरनेशनल मैचों में कुल 337 विकेट चटके.
'स्टार लेगी' कुंबले इसके पहले आईपीएल में मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीमों को भी कोच कर चुके हैं. कुंबले 2018 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति के अध्यक्ष पद पर अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करेंगे.
वह टेस्ट मैच दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में 1999 में खेला गया था. और खास बात यह भी थी कि जिस टीम के 10 विकेट कुंबले ने अकेले चटकाए थे, वो चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान की टीम थी.
दुनिया के क्रिकेट के इतिहास में कुंबले ऐसे दूसरे गेंदबाज हैं जिसने किसी टेस्ट इनिंग्स में पूरे के पूरे 10 विकेट अकेले गिराये हों. उनके अलावा यह रिकार्ड इंग्लैंड के जिम लेकर के नाम है.
2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हीं की धरती पर खेले गए एंटिगुआ टेस्ट में कुंबले का जबड़ा टूट गया था. लेकिन इस जुझारू खिलाड़ी ने इसके बावजूद हार नहीं मानी और खेल जारी रखा.
रवि शास्त्री को मैनेजर बनाए जाने वाले काम चलाऊ फैसले के बाद कोच के पद पर चुने गए कुंबले ने 56 अन्य उम्मीदवारों को पीछे छोड़ा. कोच का चुनाव करने वाली समिति में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे.
अपने संयत स्वभाव, शांत व्यक्तित्व, खेल के नियमों पर पकड़ और अपेक्षाकृत युवा होने के कारण भी कुंबले एक बेहतरीन कोच साबित हो सकते हैं. और पिच पर आक्रामक रुख लेने वाले खिलाड़ियों के लिए एक करीबी मिसाल भी.