नहीं हुआ अहमदीनेजाद पर हमला: ईरान
५ अगस्त २०१०अहमदीनेजाद ईरान के पश्चिमी शहर हमादान का दौरा कर रहे थे जब उन पर यह कथित हमला हुआ. उनके काफिले को एक देसी बम के जरिए निशाना बनाए जाने और अहमदीनेजाद के सुरक्षित बच निकलने की खबरें आई.
लेकिन ईरान की सरकारी मीडिया का कहना है कि यह सिर्फ एक पटाखा था जिसे एक युवक ने राष्ट्रपति अहमदीनेजाद को देखने की खुशी में छोड़ा. ईरान पुलिस के प्रमुख का कहना है कि विदेशी मीडिया राष्ट्रपति पर हमले की झूठी खबर फैला रहा है.
राष्ट्रपति अहमदीनेजाद के कार्यालय से जुड़े सूत्र ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया कि खेल मैदान में भाषण देने के लिए अहमदीनेजाद हमादान एयरपोर्ट से रवाना हुए और उसी दौरान उन्हें निशाना बनाया गया.
राष्ट्रपति को इस हमले में घायल नहीं हुए लेकिन कुछ अन्य लोगों को जरूर चोटें आईं. एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है. मामले की जांच की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि इस हमले के लिए कौन जिम्मेदार है.
राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ईरान के सरकारी टीवी पर भी नजर आए और उन्होंने अपने भाषण में किसी तरह के हमले का जिक्र नहीं किया.
2009 में विवादास्पद राष्ट्रपति चुनाव में जीते अहमदीनेजाद ने सरकार विरोधी ताकतों से सख्ती से निपटा है और पश्चिमी देशों से उनका छत्तीस का आंकड़ा रहा है. ईरान में बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थक हैं लेकिन सुधारवादी और कट्टरपंथी धड़े में उनके विरोधी भी खड़े हो रहे हैं.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ईरना के मुताबिक उत्साहित नजर आ रहे एक व्यक्ति ने अपनी खुशी जाहिर करने के लिए पटाखे फोड़े. इससे लोगों में किसी तरह की कोई घबराहट नहीं फैली. राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद का उस समय गर्मजोशी से स्वागत हो रहा था.
बिना किसी का नाम लिए बगैर ईरना ने कहा कि विदेशी मीडिया इस घटना का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है. ईरान के पुलिस उपप्रमुख अहमदरेजा रदान का कहना है कि गलत खबर फैला कर विदेशी मीडिया मौके का फायदा उठाना चाहता है.
अहमदीनेजाद की सरकार इस समय गंभीर वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही है क्योंकि परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर उसे पाबंदियों का सामना करना पड़ रहा है. ईरान दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है लेकिन पाबंदियों के चलते उसे दिक्कत उठानी पड़ रही है.
पश्चिमी देशों से आ रहे दबाव का जवाब देने के लिए ईरान ने देश के खिलाफ साजिश रचने का दोष पश्चिमी देशों पर मढ़ा है और कहा है कि ईरान के विपक्षी नेता भी विदेशी ताकतों के साथ मिल गए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम