नागरिकता कानून के खिलाफ भारत में कई जगह भारी विरोध
१९ दिसम्बर २०१९नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इनमें से कुछ का आयोजन छात्र संगठनों ने किया है जबकि कुछ का नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने. इनके अलावा कुछ राजनीतिक दल भी विरोध प्रदर्शन करने निकले हैं.
वामपंथी दलों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन का आयोजन किया है और आम जनता को बड़ी से बड़ी संख्या में प्रदर्शनों से जुड़ने की अपील की है.
इसके अलावा, लेफ्ट दलों ने बिहार में बिहार बंद का भी आह्वान किया है.
दिल्ली में वाम दलों के प्रदर्शन के अलावा छात्रों और कुछ सामजिक कार्यकर्ताओं ने भी ऐतिहासिक लाल किले के पास एक प्रदर्शन निकालने की कोशिश की. लेकिन वहां पुलिस ने पहले से ही निषेधाज्ञा लागू कर दी थी. लिहाजा प्रदर्शनकारियों को विरोध जताने की इजाजत नहीं मिली और उनमें से कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया. इनमें स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव भी शामिल थे.
दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में भी यही हुआ. वहां वाम दलों ने प्रदर्शन का आयोजन किया था, लेकिन वहां भी पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
दिल्ली में मेट्रो सेवायें चल रही हैं लेकिन लगभग 20 मेट्रो स्टेशनों के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं.
कई इलाकों में मोबाइल पर वॉइस, इंटरनेट और एसएमएस सेवायें रोक दी गई हैं.
दिल्ली के अलावा कम से कम 10 और शहरों में इस तरह के प्रदर्शन की इजाजत पुलिस ने नहीं दी और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
बेंगलुरु में जाने माने इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा को इसी क्रम में हिरासत में ले लिया गया.
हैदराबाद से भी लोगों को हिरासत में लिए जाने की खबरें आई.
लखनऊ से भी प्रदर्शनों की और पुलिस की कार्रवाई की खबर आई.
मुंबई जैसे कई और शहरों में प्रदर्शन आयोजित किये गए हैं.
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