नॉवेल में सेक्स सीन लेखक नाजी की रिहाई की कोशिशें
१० मई २०१६दुनियाभर के 120 से ज्यादा लेखकों, पत्रकारों और कलाकारों ने मिस्र के राष्ट्रपति ने अपील की है कि उपन्यासकार अहमद नाजी को रिहा कर दिया जाए. नाजी को दो साल की सजा सुनाई गई है क्योंकि उन्होंने एक सेक्स सीन को अपनी किताब में काफी तफसील से लिखा था.
अपील पर दस्तखत करने वालों की मांग है कि उन्हें फौरन बरी और रिहा किया जाए. इनमें लेखक रॉबर्ट कारो और फिलिप रोथ, फिल्म डायरेक्टर वूडी ऐलन और संगीतकार स्टीफन जोंडहाइम शामिल हैं. अभिव्यक्ति की आजादी के लिए काम करने वाली संस्था पेन अमेरिका ने इस अपील की पहल की है.
मिस्र की एक अदालत ने नाजी को फरवरी में जेल की सजा सुनाई थी. फैसले में कहा गया था कि उनके उपन्यास ''द गाइड फॉर यूजिंग लाइफ'' ने अश्लीलता फैलाई है. वैसे इस किताब का एक चैप्टर सरकारी अखबार में भी छप चुका है. मिस्र के सेंसरशिप बोर्ड ने इस किताब को मंजूरी दी है.
नाजी को 16 मई को न्यू यॉर्क में पेन के सालाना जलसे में सम्मानित किया जाएगा. उनके भाई मोहम्मद उनकी तरफ से यह सम्मान ग्रहण करेंगे.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी को लिखी अपील में कहा गया है, ''लिखना कोई अपराध नहीं है. मिस्र का संविधान भी अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करता है.'' अपील में कहा गया है कि नाजी को जेल में डालना अभिव्यक्ति की आजादी पर मिस्र की सरकार के तीखे हमले का प्रतीक है.
अहमद नाजी ने अब तक तीन उपन्यास लिखे हैं. वह अखबार अल-अदब में काम करते हैं और सरकार के तीखे आलोचक हैं. उनके एक पाठक ने शिकायत की थी कि उपन्यास ''द गाइड फॉर यूजिंग लाइफ'' में सेक्स और नशे का बहुत सिलसिलेवार और विस्तृत ब्यौरा दिया गया है जिससे पाठक को बहुत परेशानी हुई और यहां तक कि उसे बीमार हो जाने जैसा भी महसूस हुआ. इस शिकायत पर ही नाजी पर मुकदमा चलाया गया. हालांकि पहले नाजी को अदालत ने बरी कर दिया था लेकिन सरकार ने ऊपरी अदालत में अपील की और जीत गई. नाजी को दो साल की सजा सुनाई गई.
अब राष्ट्रपति से जो अपील की गई है उसमें कहा गया है कि सेक्स और ड्रग्स जिंदगी से जुड़े मुद्दे हैं. इस पत्र में लिखा गया है, ''सेक्स और ड्रग्स आज के जीवन से इस कदर जुड़े हैं कि उन्हें रचनात्मक तरीके से दुनियाभर में जाहिर किया जाता है.''
करीब ढाई साल पहले तत्कालीन सेना प्रमुख अल-सीसी निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी का तख्ता पलट कर सत्ता में आए थे. तब उन्होंने मोरसी सरकार पर आरोप लगाया था कि देश पर इस्लामिक एजेंडा थोपा जा रहा है. उन्हीं अल-सीसी की सरकार अब नाजी को जेल में डाले हुए है.
वीके/एमजे (एएफपी)