पाकिस्तान को पेट्रोल डीजल बेचना चाहता है भारत
२५ अप्रैल २०११सोमवार को भारत की सरकारी तेल कंपनी ऑयल इंडिया कॉर्पोरेशन के निदेशक बीएन बांकपुर ने बताया, "हम 2005 से ही पाकिस्तान से जोर दे कर कह रहे हैं कि उसे भारत से डीजल पेट्रोल के आयात पर लगी रोक खत्म कर देनी चाहिए. इसी हफ्ते होने जा रही दोनों देशों के वाणिज्य सचिवों की इस्लामाबाद बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है
जून 2005 में इस्लामाबाद गए तब के पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर अय्यर ने इस्लामाबाद पाकिस्तान को पेट्रोल डीजल निर्यात करने का मुद्दा उठाया था. पाकिस्तान ने उस वक्त वचन दिया कि वह इस मामले को देखेगा हालांकि उसके बाद पाकिस्तान की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई. पाकिस्तान हर साल कुवैत से 40-50 लाख टन डीजल आयात करता है. पाकिस्तान ने भारत के मुकाबले एक मुस्लिम राष्ट्र को वरीयता दी है क्योंकि इसके लिए उसे कुवैत की तरफ से कीमतों में छूट और पैसा चुकाने के लिए ज्यादा समय की सुविधा मिलती है.
बी एन बांकपुर ने बताया कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने 3,25,000 टन डीजल छह महीने में पाकिस्तान भेजने की पेशकश की थी. डीजल भेजने का समय अक्टूबर 2005 से शुरू होना था और इसके लिए पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय कीमतों में छूट देने की भी बात कही गई.
उस साल पाकिस्तान के पास लाहौर मुल्तान इलाके में कोई रिफायनरी नहीं थी और उसने आईओसी से लाहौर, झेलम और कराची में डीजल आयात करने के लिए कीमतों की दर भेजने को कहा. आईओसी ने जामनगर की रिफायनरी से एक लाख टन डीजल सागर के रास्ते कराची भेजने की बात की और कहा कि बाकि बचा ढाई लाख टन डीजल जमीन के रास्ते जाएगा. कराची तक जहाज से भेजे जाने वाली डीजल रिलायंस की जामनगर रिफायनरी से आनी थी. इसके अलावा आइओसी ने पाइपलाइन के जरिए हरियाणा के पानीपत से पंजाब के जालंधर तक डीजल पहुंचाने की भी योजना बनाई थी. जालंधर से पाकिस्तान तक सड़क या रेल के रास्ते भेजने की तैयारी थी.
आईओसी ने इस तरह से तैयारी की थी कि हर हाल में पाकिस्तान को कुवैत के मुकाबले प्रति बैरल 50 सेंट कम कीमत देनी पड़ती लेकिन पाकिस्तान ने आईओसी के प्रस्ताव पर ध्यान न देने का फैसला किया और कुवैत से ही तेल मंगाता रहा.
बीएन बांकपुर ने पत्रकारों से कहा, "अगर पाकिस्तान पाबंदी हटा देता है तो हम डीजल के साथ पेट्रोल भी भेजने को तैयार हैं. यह हमारे लिए एक अच्छा मौका और बाजार साबित होगा.पाकिस्तान तेल भेजना शुरू हुआ तो हम पानीपत रिफायनरी की क्षमता प्रतिदिन 3 लाख बैरल तक बढ़ा देंगे."
आईओसी के अलावा निजी क्षेत्र की कंपनियां रिलायंस और एस्सार ऑयल भी पाकिस्तान तेल भेजने की इच्छुक हैं. रिलायंस और एस्सार की गुजरात के तटवर्ती इलाकों में रिफायनरी है और यहां से कराची महज कुछ ही घंटो की दूरी पर है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उभ