पानी पर सुलह के मूड में चीन और भारत
८ जून २०१२चीन ने कहा है कि वो ब्रह्मपुत्र नदी के पानी के बंटवारे को लेकर भारत से आगे की बात करना चाहता है. शंघाई समिट के दौरान चीन के विदेश मंत्री, यांग जियेची और भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के बीच मुलाकात हुई. मुलाकात को दोनों देशों ने 'सौहार्दपूर्ण' बताया और अगले महीने इस बारे में फिर से बातचीत के लिए सहमति जताई है.
भारत का कहना है कि चीन अपनी सीमा में ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बना रहा है. इससे भारत के क्षेत्र में पानी की कमी हो जाएगी. जबकि चीन का कहना है कि वो जो बांध बना रहा है उससे पानी के बहाव में कमी नहीं आएगी.
इसके अलावा कई और दूसरे 'संवेदनशील' मसलों पर भी बातचीत के लिए दोनों देशों ने रजामंदी दिखाई. भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच 45 मिनट तक मुलाकात हुई. चीन के विदेश मंत्री ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की भी बात कही. चीन भारत में चेन्नई में भी एक कंसुल खोलना चाहता है. दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में चीन के कंसुल पहले से ही हैं.
हाल ही में भारत ने भी तिब्बत के ल्हासा में एक कंसुल खोलने के लिए चीन से इजाजत मांगी थी. बीजिंग के अलावा शंघाई और झुआंग झू में भी भारत के कंसुल हैं. इसके अलावा भारत के विदेश मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री को भारत आने भी न्यौता दिया है. भारत ने आधारभूत संरचना के विकास वाले प्रोजेक्ट में चीनी निवेश की भी बात कही है.
मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने चीन में रोके गए दो भारतीयों के बारे में भी बात की. श्याम सुंदर अग्रवाल और दीपक रहेजा नाम के दो भारतीय व्यापारियों के खिलाफ चीन में मुकदमा चल रहा है. इसके अलावा दोनों देशों के विदेश मंत्री ने राज्य स्तरीय नेताओं के एक दूसरे के यहां के दौरे के बारे में बात की. भारत की ओर से कर्नाटक, बिहार, गुजरात और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चीन का दौरा कर चुके हैं.
वीडी/एएम (पीटीआई)