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पुल के बाद कॉमनवेल्थ की छत गिरी

२२ सितम्बर २०१०

कॉमनवेल्थ खेलों को एक और धक्का. जवाहरलाल स्टेडियम में एक छत के गिरने से आयजकों की और कड़ी आलोचना. कॉमनवेल्थ प्रमुख माइक फेनेल होंगे भारत के लिए रवाना. ब्रिटेन के तीन और खिलाड़ियों ने अपने नाम वापस लिए.

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जवाहरलाल नेहरू स्टेडियमतस्वीर: UNI

मंत्रिमंडल के सचिव केएम चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें छत के ढहने की खबर मिल गई है. इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है और वह एक नकली छत था जो उखड़ गया. उनसे कहा गया था कि वहां इंटरनेट के लिए डेटा केबल लगाए जाने थे. चंद्रशेखर के मुताबिक छत की मरम्मत कर उसे वापस सही जगह पर लगा दिया जाएगा. एक टेलीविजन चैनल ने बताया कि दुर्घटना वेटलिफ्टिंग के लिए खास इलाके के पास हुई और कोई घायल नहीं हुआ. मंगलवार को एक पुल के ढहने से 23 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.

Commonwealth Games Dorf
खेलगांव में गंदगी से परेशानतस्वीर: DW

उधर ब्रिटेन के ट्रिपल जंप चैंपियन फिलिप्स इडोवू, क्रिस्टीन ओहुरुओगू और लीज़ा डोब्रिस्की खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे. इडोवू ने अपने ट्विटर में कहा कि उन्हें अपने बच्चों की चिंता है और उनकी सुरक्षा उनके लिए खेलों में मेडल जीतने से कहीं ज्यादा जरूरी है. वहीं ओहुरुओगू और डोब्रिस्की को घायल होने की चिंता सता रही है.

खेलों के आयोजन को लेकर बढ़ती चिंता के मद्देनजर कॉमनवेल्थ प्रमुख माइक फेनेल गुरुवार को भारत पहुंचेंगे. वे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात करेंगे. मंगलवार को फेनेल ने तैयारियों में कमियों की निंदा की और भारत सरकार से खेल गांव को सुधारने को कहा. कई अंतरराष्ट्रीय टीमें दिल्ली पहुंच चुकी हैं और खेल गांव में अव्यवस्था से काफी नाराज हैं.

कई जाने माने खिलाड़ी खेलों में सुरक्षा की कमी और मीडिया में आलोचना के चलते भारत नहीं आना चाहते. स्कॉटलैंड की टीम ने अपनी यात्रा टाल दी है और दक्षिण अफ्रीका के खेल प्रबंधक को डर है कि उनके खिलाड़ियों को डेंगू हो सकता है. खेलगांव के आसपास कीचड़ और मच्छरों के बारे में अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टें भारत की छवि को सुधारने में कोई खास मदद नहीं कर रहीं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः ओ सिंह