76 लापता बच्चों को रिकॉर्ड समय में ढूंढा महिला अधिकारी ने
१९ नवम्बर २०२०सीमा ढाका उत्तर पश्चिमी दिल्ली के समयपुर बादली पुलिस स्टेशन में बतौर हेड कांस्टेबल नियुक्त हैं, लेकिन जल्द ही वे दिल्ली में बतौर सहायक सब-इंस्पेक्टर कार्यभार संभालेंगी. रिकॉर्ड समय में कई लापता बच्चों को ढूंढ निकालने के लिए उन्हें समय से पहले पदोन्नति का इनाम दिया गया है.
दिल्ली में हर साल बड़ी संख्या में बच्चे लापता हो जाते हैं और इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक प्रोत्साहन योजना निकाली थी. योजना के तहत अगर कोई पुलिसकर्मी 12 महीनों के अंदर 14 साल से कम उम्र के 50 या उससे ज्यादा बच्चों को ढूंढ निकालेगा तो उसे समय से पहले पदोन्नति दी जाएगी.
सीमा ने सिर्फ तीन महीनों में 76 लापता बच्चों को ढूंढ निकाला, जिनमें से 56 बच्चे 14 साल से कम उम्र के हैं. इन बच्चों को उन्होंने सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे दूसरे राज्यों से भी ढूंढ निकाला. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि सीमा समय से पहले पदोन्नति पाने वाली दिल्ली पुलिस की पहली अधिकारी हैं.
हर साल 67,000 बच्चे हो जाते हैं लापता
ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2018 में देश के अलग अलग इलाकों से 67,134 बच्चे लापता हो गए थे. दिल्ली से 6,541 बच्चे लापता हो गए थे. दिल्ली में यह बहुत बड़ी समस्या है और आंकड़ों के लिहाज से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दिल्ली तीसरे स्थान पर है. पहले स्थान पर मध्य प्रदेश और दूसरे पर पश्चिम बंगाल हैं, जो दिल्ली से कई गुना बड़े राज्य हैं.
इस समस्या को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अगस्त 2020 में प्रोत्साहन पर आधारित यह योजना शुरू की थी और पुलिस का कहना है कि योजना ने इस समस्या के प्रति दिल्ली के पुलिसकर्मियों में एक नई ऊर्जा भर दी है. पुलिस का दावा है कि अगस्त से अभी तक 1222 बच्चे लापता हुए हैं, जब की पुलिस ने इसी अवधि में 1440 लापता बच्चों को ढूंढ निकाला है.
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