पोंटिंग के क्रिकेट करियर पर सवालिया निशान
२ जुलाई २०१०यूं तो रिकी पोंटिंग दुनिया के सफलतम कप्तान हैं, लेकिन इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठा से भरी सीरिज़ वे सन 2005 और 2009 में दो बार हार चुके हैं. अगर वे अगली सीरिज़ में हार जाते हैं, तो फिर वे पिछले सौ सालों में तीन बार ऐशेज़ गंवाने वाले पहले आस्ट्रेलियाई कप्तान होंगे. इसीलिए उन्होंने कहा है कि ऐसी हार आस्ट्रेलियाई कप्तान के तौर पर उनके ख़ात्मे का सूचक होगा. पोंटिंग का कहना है कि अगले आठ महीने उनके कैरियर के लिए सबसे महत्वपूर्ण होंगे. आस्ट्रेलिया को भारत के बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेलना है, और उसके बाद विश्वकप होने वाले हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वे दबाव में नहीं हैं.
कप्तान के रूप में पिछले समय में किस्मत ने अक्सर पोंटिंग का साथ नहीं दिया है. इसके बावजूद पोंटिंग अभी तक विश्व के चोटी के बल्लेबाज़ों में से एक हैं. लेकिन आस्ट्रेलिया में पूर्व कप्तान को टीम में रखने की परंपरा नहीं है. इसलिए कप्तानी जाने का मतलब उनके लिए राष्ट्रीय टीम को अलविदा कहना होगा. रिकी पोंटिंग इस बीच 35 साल के हो चुके हैं.
वैसे 1986 के बाद इंग्लैंड अभी तक आस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट सीरिज़ जीतने में कामयाब नहीं रहा है. लेकिन इस वक्त टीम में अच्छा संतुलन है, और महत्वपूर्ण खिलाड़ी फ़ार्म में दिख रहे हैं. आस्ट्रेलिया के साथ पांच वनडे मैचों की श्रृंखला में पहले तीन मैच जीतकर वह सीरिज़ जीत चुका है. चौथे मैच में आस्ट्रेलिया को सांत्वना जीत मिली है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: महेश झा