पोंटिंग के लिए प्रेरणादायी हैं सचिन तेंदुलकर
१ अक्टूबर २०१०सचिन के साथ तुलना के बारे में पोंटिंग ने कहा, "मैं तो मान कर चल रहा था कि सचिन तेंदुलकर अब तक रिटायर हो चुके होंगे. तेंदुलकर 37 साल के हैं और वह शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं. पिछले 12 महीनों में उन्होंने जो कुछ भी किया है वह दुनिया भर में हर एक खिलाड़ी के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं. बल्लेबाजी करना हमेशा आसान नहीं होता लेकिन पिछले एक साल में उनकी फॉर्म 35 साल के खिलाड़ी से लेकर 25 साल के खिलाड़ी को प्रेरणा देगी."
इससे पहले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मार्क टेलर ने कहा कि युवा खिलाड़ियों से भरी टीम का नेतृत्व करने का भार पोंटिंग के कंधों पर है और इसीलिए उनका खेल प्रभावित हो रहा है. टेलर ने पोंटिंग को सचिन तेंदुलकर से सबक लेने की सलाह दी.
जब पोंटिंग से पूछा गया कि क्या वह मानते हैं कि एक बल्लेबाज के रूप में सर्वश्रेष्ठ समय बीत चुका है तो वह हंस दिए. पोंटिंग ने कहा, "मैं भी अखबारों में ऐसी बातों को पढ़ रहा हूं. सच्चाई है कि मैं 35 साल का हो गया हूं लेकिन हम देखेंगे कि मैं इस सीरीज और एशेज में कैसा खेलता हूं. मुझे महसूस हो रहा है कि अपने खेल के प्रति काफी समय बाद मुझे अच्छा लग रहा है. खाली समय में मुझे अपने अपने गेम के बारे में विचार करने का मौका मिला और मैंने उस पर मेहनत की है."
पोंटिंग के मन में फिलहाल रिटायर होने का विचार नहीं तैर रहा है और पिछले साल की तुलना में अच्छा खेलना उनका लक्ष्य है. पोंटिंग के मुताबिक अगले 6-8 महीनों में उन्हें काफी क्रिकेट खेलनी है और एक अनुभवी खिलाड़ी के तौर पर वह बेहद उत्सुकता से वर्ल्ड कप, एशेज सीरीज का इंतजार कर रहे हैं.
रिकी पोंटिंग के सामने भारत में अपने रिकॉर्ड को बेहतर करने की भी चुनौती है. पोंटिंग मानते हैं कि भारत में वह कभी गेंदबाजों पर हावी होकर बल्लेबाजी नहीं कर पाए. "मैं खुद को पूरी तरह से भारतीय परिस्थितियों में ढालकर बल्लेबाजी करना नहीं सीख पाया. मुझे पिछली सीरीज में महसूस हुआ कि उपमहाद्वीप की पिचों पर बेहतर बल्लेबाज बनने के लिए उन्हें अभी काफी कुछ सीखना है. पिछली सीरीज में बैंगलोर में मैंने पहला सैकड़ा जमाया और दिल्ली में भी 80 रन बनाए. मैं अच्छी बल्लेबाजी कर पाया और पिचों का मिजाज जानने में भी मदद मिली."
हरभजन सिंह का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना अभी तय नहीं है लेकिन पोंटिंग ने कहा कि टीम की घोषणा से पहले खुश नहीं होना चाहते. "मुझे नहीं लगता कि उनका खेलना संदिग्ध है. यह तो है कि उन्हें चोट लग गई थी लेकिन वह प्रैक्टिस कर रहे हैं और आज भी उन्होंने नेट पर समय बिताया है. हो सकता है कि हमें गलतफहमी में रखा जा रहा हो. मुझे उम्मीद है कि वह मोहाली टेस्ट खेलेंगे. अगर वह नहीं खेलते तो भी भारत के पास अमित मिश्रा और प्रज्ञान ओझा के रूप में बेहतर स्पिनर हैं."
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल