प्राचीन मानव के मल के नमूने
२६ जून २०१४वैज्ञानिकों के अनुसार उन्हें स्पेन की एक आर्कियोलॉजिकल साइट पर पत्थरों के नीचे जहां निएंडरथल रहा करते थे, मल के पांच नमूने मिले हैं. इन नमूनों की जांच से लुप्त हो चुकी मानव प्रजाति के खानपान के बारे में नई जानकारी हासिल हुई है. पहली बार यह बात सामने आई है कि निएंडरथल सर्वभक्षी थे. वे मांस के अलावा शाकाहार भी करते थे.
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ ला लगूना की भूपुरातत्वविद आइनारा सिस्टियागा मानती है, "हमारे पूर्वज क्या खाते थे, अभी तक तो यह जानकारी केवल जीवाश्मों से ही मिल पाती है." उनके मुताबिक, "प्राचीन मानव प्रजातियों के खानपान को समझ कर ही हमें मनुष्य के विकास और वातावरण के साथ अनुकूलन के बारे में जानकारी में मदद मिल सकेगी."
प्राचीन निएंडरथल मानव के मल की जांच करके उनके आहार के बारे में जानकारी हासिल हुई. जांच में पता चला कि निएंडरथल ज्यादातर मांस खाते थे. ऐसा इसलिए क्योंकि नमूने में कॉप्रोस्टानोल नाम के बायोमार्कर की ज्यादा मात्रा मिली. लेकिन साथ ही उन्हें शाकाहार के सेवन के भी पर्याप्त प्रमाण मिले. उन्हें नमूने में 5 बीटा-स्टिग्मास्टानोल भी मिला जो कि पौधों में मौजूद होता है.
मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रॉजर समंस बताते हैं, "यह किसी भी अन्य जीवाश्म की तरह है. जीवाश्म ही प्राचीन प्राणियों की सबसे अच्छी तरह कड़ियां जोड़ते हैं."
विलुप्त हो चुकी निएंडरथल प्रजाति आधुनिक मानव के सबसे नजदीक करीबी रिश्तेदार माने जाते हैं. जब प्रारंभिक दौर में आधुनिक मनुष्य अफ्रीका से यूरोप पहुंचा, उसी समय के आसपास ये विलुप्त हुए. माना जाता है कि निएंडरथल करीब 50 हजार साल पहले लगभग पूरे यूरोप और एशिया में फैले हुए थे.
वैज्ञानिकों की अब तक यह धारणा थी कि निएंडरथल पूरी तरह मांसाहारी थे. सिस्टियागा ने बताया कि प्राचीन काल में मनुष्य अपने दांतों का इस्तेमाल औजार के रूप में किया करता था. अक्सर वह इससे पेड़ की टहनियों को नोचने छिलने के काम में लाता था. ऐसे में उनके दांतों में मिलने वाले पेड़ों के अवशेषों के आधार पर उन्हें हरी सब्जी या पत्ते खाने वाला नहीं माना जा सकता. स्पेन की इस आर्कियोलॉजिकल साइट पर इंसानों और जानवरों के जीवाश्मों के अलावा आग जलाने वाले चूल्हे और पत्थर के औजार भी मिले हैं.
एसएफ/ओएसजे (रॉयटर्स)