फुटबॉल में हिंसा पर लगाम
२९ सितम्बर २०१४फ्रांस के कोर्सिया में अगस्त महीने में बास्तिया और मार्से के बीच वीकएंड मैच हुआ था जिसमें हिंसक झड़पें हुईं थीं. इन झड़पों में 44 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसके बाद फ्रांस सरकार को फुटबॉल अधिकारियों से अस्वीकार्य हिंसा को रोकने के लिए कहना पड़ा. गुरुवार को फ्रांस के गृह मंत्री बर्नार्ड कैज्नोव, युवा मामलों के मंत्री पैट्रिक कनर और फुटबॉल के कर्ताधर्ताओं के बीच बैठक हुई. इस बैठक के बाद दोनों मंत्रालय ने एक साझा बयान में कहा कि हिंसक तत्वों से निपटने के लिए तत्काल प्रभाव से स्टेडियम पर रोक लगाए जाने के अलावा अन्य कदम उठाए जाएंगे.
पिछले साल नवंबर में एक हाईप्रोफाइल घटना हुई थी जिसमें सुरक्षा दल के तीन सदस्य घायल हो गए थे जब सेंट एचिन समर्थकों ने स्टेडियम में लगी कुर्सियों को उखाड़ कर नीस के फैंस पर फेंकना शुरू कर दिया था. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "अधिकारी अपने विशेषाधिकार का पूरा इस्तेमाल करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोबारा स्टेडियम के भीतर और बाहर हिंसा न हो. अगर जरूरत पड़ी तो फैंस की यात्रा पर रोक लगा दी जाएगी."
रविवार को फ्रेंच लीग में सेंट एचिन के 600 सीमित फैंस को वेलोड्रोम स्टेडियम में जाने की इजाजत मिली है. इस दिन मार्से के साथ सेंट एचिन के बीच मुकाबला होना है. सेंट एचिन के फैंस को अकेले यात्रा करने की इजाजत नहीं है. इसके अलावा अधिकारी फ्रांस में हिंसक फैंस को ट्रैक करेंगे. यूरोपीय देशों के साथ सहयोग की शुरुआत होगी जिससे विदेश से आने वाले समर्थकों का सहज और सुरक्षित तरीके से स्वागत किया जा सके.
हालांकि फ्रांस के शीर्ष क्लब पेरिस सेंट जर्मेन ने सालों से चले आ रहे हुड़दंग को रोकने के लिए कदम उठाए. लेकिन क्लब के कुछ समर्थक कभी कभी हिंसक रूप ले लेते हैं. अप्रैल में चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में चेल्सी के फैंस से ऐसे फैंस भिड़ गए थे. क्लबों से भी कहा गया है कि वह नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए हिंसक फैंस की सदस्यता रद्द करने में संकोच न करें.
एए/एमजे (एएफपी)