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'फेसबुक हत्या' में एक साल जेल

Priya Esselborn४ सितम्बर २०१२

15 साल के डच किशोर को फेसबुक हत्या के मामले में एक साल की सजा दी गई है. इस किशोर पर आरोप था कि फेसबुक पर हुए झगड़े के बाद उसने एक लड़की की हत्या की.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

मुकदमे के दौरान किशोर ने माना कि उसने यह हत्या की थी. आर्नहाइम अदालत में जज वेंडी फीयरफाइजर ने फैसला सुनाते हुए कहा, "इस करतूत के लिए तुम्हें सबसे कड़ी सजा मिलेगी."

चूंकि हत्या के समय किशोर की उम्र सिर्फ 14 साल थी इसलिए नीदरलैंड्स के कानून में इससे ज्यादा सजा संभव नहीं थी. जानकारों ने कहा है कि इस किशोर का हत्या से पहले भी पुलिस रिकॉर्ड रहा और उसके व्यवहार में साइकोपैथिक लक्षण हैं. इसलिए एक साल कारावास के साथ उसे तीन साल मनोचिकित्सकों की निगरानी में भी रखा जाएगा.

जज ने कहा, "तुम्हें सामाजिक और मानसिक बीमारी है. इसके लिए तुम्हारा इलाज किया जाएगा." विंसी नाम की लड़की की हत्या के साथ लड़की के पिता की हत्या की कोशिश का अपराध भी इस युवक ने स्वीकार किया. हत्या तब की गई जब लड़का विंसी के घर पहुंचा और घर का दरवाजा खोलते ही उसने विंसी पर चाकू से वार किए. जब लड़की के पिता उसकी मदद के लिए आए तो उन पर भी चाकू ताना.

विंसी के पिता ने फैसले पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा, "मैंने अपनी बेटी खो दी और हत्यारे को सिर्फ एक साल सजा मिली."

जिन दो किशोरों ने विंसी की हत्या के लिए अपराधी को उकसाया, उन पर भी मुकदमा होगा, लेकिन इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है. फैसला सोमवार को सुनाया गया. अदालत ने कहा कि अपराधी विंसी को निजी तौर पर नहीं जानता था. लेकिन उसने दूसरे के निर्देश पर यह काम किया.

फैसले के दौरान दोषी के चेहरे पर किसी तरह के भाव नहीं दिखाई दिए. उसने अपना जुर्म कबूल लिया लेकिन पूरे मुकदमे के दौरान उसने एक भी और शब्द नहीं कहा. इस मुकदमे को नीदरलैंड्स में फेसबुक मर्डर नाम दिया गया है क्योंकि सारे मामले की शुरुआत फेसबुक पर गप्प करने से शुरू हुई. 15 साल की विंसी ने फेसबुक पर लिख दिया कि उसकी सबसे अच्छी दोस्त पॉली ने कई लड़कों के साथ शारीरिक संबंध बनाए. इससे नाराज हो कर पॉली बदला लेना चाहती थी. कई दिनों तक अपने दोस्त के साथ मिल कर पॉली ने हत्या का षडयंत्र रचा. और हत्यारे को इसके लिए 20 से 100 यूरो के बीच कुछ रकम दी.

14 जनवरी को विंसी के घर के दरवाजे पर एक किशोर ने चाकू से हमला कर दिया. जज ने कहा कि अपराधी ने पूरे होश में उसके गले और चेहरे पर वार किया. और इससे पहले उसने विंसी से कहा, "सॉरी मुझे यह करना पड़ रहा है." बेटी को बचाने के लिए आए पिता के हाथ और गले पर भी चोट लगी. विंसी की पांच दिन बाद गंभीर चोटों के कारण मौत हो गई.

मामले से जुड़े बाकी सवालों के जवाब शायद अक्तूबर में मिल सकेंगे जब मामले में शामिल बाकी दो किशोरों से सवाल किए जाएंगे.

इस मामले ने नीदरलैंड्स सहित पूरे यूरोप को सोचने पर मजबूर कर दिया. विंसी के पिता ने उम्मीद जताई कि इस मामले से दूसरे बच्चों के माता पिता ज्यादा ध्यान देंगे कि उनके बच्चे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर क्या करते हैं. सोशल नेटवर्किंग में चैट करना खतरनाक साबित हो सकता है. नीदरलैंड्स के संगठन माय चाइल्ड ऑनलाइन फाउंडेशन के निदेशक रेमको पीपर्स का मानना है कि इंटरनेट या सोशल नेटवर्किंग के बजाए रोजमर्रा में मॉबिंग के मामले ज्यादा होते हैं. पीपर्स बच्चों के इंटरनेट इस्तेमाल के मामले में माता पिता को सलाह देते हैं.

लेकिन फेसबुक पर अचानक सब कुछ सार्वजनिक हो जाता है क्योंकि वहां आपके सारे दोस्त होते हैं और वहां हुए अपमान का असर असली जिंदगी में भी देखा जा सकता है. आजकल सारी दुनिया इंटरनेट में सिमटी हुई है. यहां सोशल नेटवर्किंग साइट्स दोस्तों को मिलाने, लोगों को जोड़ने का काम करती है, वहीं यह अफवाहों, दुष्प्रचार के लिए बाजार भी बनती है.

रिपोर्टः आभा मोंढे (डीपीए, एएफपी)

संपादनः मानसी गोपालकृष्णन