रइफ बदावी के नाम फ्रीडम ऑफ स्पीच पुरस्कार
११ सितम्बर २०१५9 जनवरी 2015 को सऊदी अरब के ब्लॉगर रइफ बदावी को इस्लाम के अपमान के आरोप में सार्वजनिक रूप से 50 कोड़े मारे गए. सऊदी अरब की सर्वोच्च अदालत ने उन्हें 10 साल कैद और 1,000 कोड़े की सजा के अलावा 2,66,000 डॉलर के जुर्माने की सख्त सजा बरकरार रखी है. 11 सितंबर को डीडब्ल्यू की ओर से बदावी को दिए गए फ्रीडम ऑफ स्पीच पुरस्कार को ग्रहण करने के लिए उनकी पत्नी इंसाफ हैदर जर्मनी पहुंची.
#FreeRaif के साथ पूरा विश्व बदावी को मुक्त कराने के अभियान में लगा है.
31 साल के बदावी को यूरोपीय संसद द्वारा दिए जाने वाले सम्मानीय साखारोव मानवाधिकार पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया है. बदावी के अलावा रूस के विपक्ष के नेता रहे बोरिस नेमत्सोव भी हैं, जिनकी हत्या कर दी गई. यह पुरस्कार हर साल उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने असहिष्णुता, कट्टरपंथ और उत्पीड़न को रोकने की दिशा में काम किया हो.
यूरोपीय संसद ने वदावी की सजा के खिलाफ बयान दिया, "मृत्युदंड को स्वीकार नहीं किया जा सकता और यह मानव गरिमा के विरुद्ध है." बदावी के पत्नी इंसाफ हैदर दुनिया भर में बदावी को आजाद कराने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बरकरार रखने के लिए अभियान चला रही हैं.
डीडब्ल्यू के फ्रीडम ऑफ स्पीच अवार्ड को स्वीकार करते हुए इंसाफ हैदर ने जर्मनी से मिले सहयोग के लिए आभार जताया. यूरोप का प्रतिष्ठित साखारोव मानवाधिकार पुरस्कार इसके पहले पाकिस्तान की मलाला युसुफजई, दक्षिण अफ्रीकी नेता स्वर्गीय नेल्सन मंडेला और म्यांमार की आंग सान सू ची को दिया जा चुका है. 50,000 यूरो के इस पुरस्कार के विजेता की घोषणा अक्टूबर में होगी.
आरआर/आईबी (एएफपी)