बाढ़ पीड़ित पाक की मदद के लिए यूएन की अपील
११ अगस्त २०१०संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा, "हम जल्द ही राहत कार्यों के लिए करोड़ों डॉलर की सहायता राशि की अपील करेंगे." मून के मुताबिक फौरी राहत पहुंचाना और फिर लंबे समय तक राहत कार्य को जारी रखना एक बड़ी चुनौती है. संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ज्यां मॉरिस रिपेर्ट का कहना है कि तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए करोड़ों डॉलर की सहायता राशि की जरूरत है. पुनर्वास, पुनर्निर्माण और बुनियादी ढांचे को फिर से खड़ा किए जाने की आवश्यकता है.
मानवीय राहत मामलों के संयुक्त राष्ट्र विभाग का कहना है कि पाकिस्तान में बाढ़ से जिस तरह के हालात पैदा हुए हैं, उससे 2004 की सूनामी, 2005 में पाकिस्तान में आया भूकंप और इस साल जनवरी में हैती में आया भूकंप भी पीछे छूट गया है. पाकिस्तान के दक्षिणी इलाकों में बाढ़ से प्रभावित डेढ़ करोड़ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. पंजाब प्रांत में बाढ़ से डेढ़ करोड़ हेक्टेयर खेती योग्य भूमि नष्ट हो गई है. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित पश्चिमोत्तर इलाका हुआ है जो पहले से ही तालिबान हिंसा की चपेट में है.
अमेरिका ने बाढ़ प्रभावित इलाकों की मदद के लिए अपनी मदद साढ़े तीन करोड़ डॉलर से बढ़ा कर साढ़े पांच करोड़ डॉलर कर दी है. विदेशी आपदा मामलों के अमेरिकी विभाग के मार्क वार्ड ने बताया, "हमने सहायता की रकम इसलिए बढ़ाई है ताकि बाढ़ से प्रभावित होने वाले दक्षिणी इलाकों की मदद के लिए राहत पहुंचाई जा सके."
पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर में स्थित स्वात घाटी के कई इलाकों में सड़क संपर्क बहाल नहीं हो पाया है. पंजाब और सिंध प्रांत में भी यही स्थिति बनी हुई है. संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वयक जॉन होम्स का कहना है कि इस आपदा का स्वरूप भयंकर है. इसके लिए संयुक्त राष्ट्र अब तक की सबसे बड़ी सहायता मुहिम छेड़ने जा रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी बार बार यह बात ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि सहायता के जरिए उन साठ लाख लोगों की मदद की जाएगी जिन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है. संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में महामारी फैलने का भी खतरा है और इसकी चपेट में सबसे पहले बच्चे आ सकते हैं. यूएन का मानना है कि अब तक 1,600 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन पाकिस्तान सरकार ने 1,243 लोगों के मारे जाने की ही पुष्टि की है.
अंतरराष्ट्रीय राहत संस्था ऑक्सफैम का कहना है कि बाढ़ एक भयंकर आपदा है और इससे मुकाबले के लिए बड़े पैमाने पर राहत कार्य शुरू करने की जरूरत है. मंगलवार को मौसम साफ हुआ जिसके चलते पाकिस्तानी, अमेरिकी और अफगान हेलीकॉप्टरों के जरिए राहत सामग्री बांटी गई है. पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन तहरीक ए तालिबान ने पाक सरकार से आग्रह किया है कि उसे अमेरिका से मिली मदद लौटा देनी चाहिए. बदले में तहरीक ए तालिबान खुद 2 करोड़ डॉलर देने की बात कह रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार