बायर्न का दबदबा कायम
१७ मार्च २०१४बुंडेसलीगा में बायर्न म्यूनिख का वर्चस्व बना हुआ है और हो सकता है कि अगले ही हफ्ते माइंस में वह इस साल का चैंपियन बन जाए. ऊली होएनेस के इस्तीफे के बाद पहले मैच में बायर्न ने चैंपियनशिप की ओर लंबी छलांग लगाई है. 51 साल में यह पहला मौका होगा जब चैंपियनशिप का फैसला इतनी जल्दी हो सकता है. पिछले 50 मैचों से वह अविजित है. बायर्न के लिए गोल मारियो मांजूकिच और बास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने किए, जबकि मेजबान की ओर से एकमात्र गोल श्टेफान कीसलिंग ने एक्स्ट्रा टाइम में किया.
जीत के बाद श्वाइनश्टाइगर ने चैंपियनशिप के बारे में कहा, "बहुत ही अच्छा होगा यदि माइंस में ही यह हो जाए. हम एकाध बार पहले भी माइंस में चैंपियन बन चुके हैं. यह बहुत ही मजेदार रहा है क्योंकि वे भी हमारे साथ जश्न मनाते हैं." बुंडेसलीगा के 25वें राउंड में लगातार 17 जीतों के साथ बायर्न ने दूसरे नंबर पर चल रहे डॉर्टमुंड से 23 प्वाइंट की बढ़त बना ली है. पिछले पांच मैचों में जीत से वंचित लेवरकूजेन को अब चैंपियंस लीग में सीधे क्वालिफाई करने में मुश्किल हो सकती है. वह इस समय तालिका में चौथे नंबर पर है.
उधर लीग से बाहर होने का खतरा झेल रहे श्टुटगार्ट को नए ट्रेनर हूब स्टीवेंस के नेतृत्व में भी जीत नहीं मिल रही है. शनिवार को ब्रेमेन के खिलाफ उसका मैच 1-1 से बराबर रहा. इस हफ्ते वोल्फ्सबुर्ग को भी चैंपियंस लीग की जगह पर पहुंचने में कामयाबी नहीं मिली. ब्राउनश्वाइग के खिलाफ उसका मैच 1-1 से ड्रॉ हुआ और 40 अंकों के साथ वह माइंस के बाद छठे स्थान पर चला गया. माइंस ने होफेनहाइम से 0-2 से पीछे रहने के बावजूद उसे 4-2 से हराया. शाल्के 47 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है जिसने ऑग्सबुर्ग को 2-1 से हराया.
तालिका के निचले हिस्से में हनोवर की टीम ने हैर्था बर्लिन को 3-0 से हराया और इसके साथ ही लीग से बाहर होने का खतरा कम हो गया है. उधर मोएंशनग्लाडबाख ने अपना नकारात्मक रिकॉर्ड डॉर्टमुंड के खिलाफ बदला और इस साल की पहली जीत दर्ज की. रफाएल और माक्स क्रूजे ने ग्लाडबाख के लिए गोल किए जबकि डॉर्टमुंड का गोल मिलोस योजिच ने किया.
रविवार को हुए मैच में फ्राइबुर्ग ने तालिका के अंतिम स्थानों की लड़ाई को और रोमांचक बना दिया है. उसने फ्रैंकफर्ट को 4-1 से मात दी और श्टुटगार्ट से आगे 16वें स्थान पर चला गया है. फ्राइबुर्ग ने इस हफ्ते अपने को कुशलता का चैंपियन साबित किया. मौकों का अभाव होने के बावजूद चार गोल किए.
एमजे/आईबी (डीपीए)