हॉलीवुड वाले लॉस एंजेलेस का काला सच
२९ नवम्बर २०१९घनी आबादी वाले गरीब इलाकों में जमीन के नीचे सैकड़ों तेल के कुएं हैं जिनसे तेल निकाला जाता है. इसी जमीन पर स्कूल, घर, पार्क, शॉपिंग मॉल और कब्रगाहें भी हैं. तेल की खुदाई वाली जगहें कई दशकों से शहर के इतिहास का हिस्सा हैं लेकिन यहां रहने वाले लोगों के लिए अब ये बड़ी तेजी से परेशानी का सबब बन रही हैं. पर्यावरण के लिए काम करने वाले लोगों का कहना है कि इनसे सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा है और शहरी इलाकों से इन्हें धीरे धीरे हटाया जाना चाहिए.
गैर सरकारी संगठन फिजिशियंस फॉर सोशल रिस्पांसबिलिटी लॉस एंजेलेस शाखा की निदेशक मार्था डीना आर्गुएलो कहती हैं, "हमें अब यह और करने की जरूरत नहीं है. इतने सारे लोगों का जीवन किसी हादसे के खतरे में डाल कर आखिर कितना मुनाफा कमाया जा सकता है. तेल के ये ठिकाने हमारे समुदाय में नहीं होने चाहिए. ये वायु प्रदूषण का स्रोत और जलवायु संकट का हिस्सा हैं."
आर्गुएलो जिस जगह खड़ी हो कर समाचार एजेंसी एएफपी के संवाददाता से बात कर रही थीं उसके सामने बाड़ के पीछे दस पंप हैं जो धरती से तेल खींचते हैं. शहरी तेल के खिलाफ अभियान ने कई स्थानीय सांसदों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को खुदाई के लिए नए लाइसेंस देने पर रोक लगाने की मांग करने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ सभी तेल खुदाई वाली जगहों के आस पास कम से कम 2,500 फीट का सुरक्षित इलाका बनाने के भी मांग हो रही है.
पिछले महीने इस मुद्दे पर लॉस एंजेलेस के सिटी हॉल में एक बैठक भी हुई. इसमें चिंतित नागरिकों के साथ ही उद्योग से जुड़े कामगार भी पहुंचे जिन्हें अपनी नौकरी जाने का खतरा है. यहां बोलने वालों में एमिलिया सांचेज भी थीं. एमिलिया ने बताया कि लॉस एंजेलेस के दक्षिण में मौजूद विल्मिंगटन के लोग अकसर अस्थमा और सिरदर्द की शिकायत करते हैं. इसके साथ ही पास के तेल कुओं से एक ऐसी गंध भी आती है जिससे उल्टी आ जाए.
62 साल की एमिलिया ने कहा, "लोग पूछते हैं कि मैं क्यों यहां रहती हूं लेकिन मैं और कहां जाऊं? मेरे पास और पैसा नहीं हैं कि किराया दे सकूं. हमारी कोई परवाह नहीं करता क्योंकि हम गरीब हैं." एमिलिया अस्थमा की मरीज हैं और हाल ही में उनके फेफड़ों में ट्यूमर का पता चला है.
उत्तर की तरफ थोड़ा और जाएं तो यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया के बगल में घर के पास तेल की खुदाई की तीन जगहों और उनकी वजह से बच्चों के स्वास्थ पर पड़ने वाले असर से चिंतित ऐना पार्क्स से मुलाकात होती है. यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए सलाहकार की नौकरी करने वाली पार्क्स बताती हैं, "इनमें से एक जगह हाल ही में इसलिए खबर में थी क्योंकि वहां से निकलने वाले धुएं के कारण बहुत से बच्चों के नाक से खून निकल रहा था, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और सिर में दर्द था."
पार्क्स काम मानना है कि भले ही सामुदायिक समूह ताकतवर तेल लॉबी के सामने कुछ नहीं लेकिन ऐसी कोई वजह नहीं है कि लॉस एंजेलेस के गरीब लोगों को अमीर समुदायों जैसी सुरक्षा नहीं दी जा सकती.
वाशिंगटन राज्य के सिएटल में पैदा हुई पार्क्स 20 साल पहले यहां आईं. वे कहती हैं, "मैं सोचती थी कि लॉस एंजेलेस एक फिल्मों का शहर है लेकिन वास्तव में यह तेल का शहर है. मेरे तीनों बच्चे जब छोटे थे तब उनका पसंदीदा पार्क तेल की खुदाई वाली जगह से महज 350 यार्ड की दूरी पर था...वो तेल की खुदाई से निकले जहरीले धुएं में सांस लेते रहे हैं."
लॉस एंजेलेस की तेल विरासत का सबसे भयानक नजारा जहां दिखता है वो जगह है सिग्नल हिल जो शहर से महज 34 किलोमीटर की दूरी पर है. छोटे से इलाके में बड़ी संख्या में पंप जैक नजर आते हैं. आज भी दर्जनों पंप जैक यहां चल रहे हैं. इनमें से कई तो रिहायशी परिसरों में ही हैं.
ज्यादातर लोग मानते हैं कि इन्हें यहां से हटाया जाना चाहिए लेकिन इसके साथ ही उन्हें इस बात का डर भी है कि तब यहां की अर्थव्यवस्था का क्या होगा क्योंकि हजारों लोग तेल उद्योग में काम करते हैं.
बीते सालों में तेल का उत्पाद यहां कम हुआ है. 2008 में जो उत्पादन 2.6 करोड़ बैरल था वह 2018 में घट कर 1.2 करोड़ बैरल रह गया है. तेल कुएं में काम करने वाले एक मजदूर ने कहा, "अगर यह सब बंद हो गया तो हम मजदूर कहां जाएंगे."
एनआर/आरपी (एएफपी)
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