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बिग बी की ब्लॉगिंग के तीन साल

२१ अप्रैल २०११

फिल्में साल में कभी कभी आती हैं और विज्ञापन टीवी पर हर वक्त, मुश्किल ये है कि इनमें दिल की बात नहीं होती. लोगों के दिल तक सीधे पहुंचने के लिए बिग बी ने ब्लॉग का रास्ता चुना और अब उनकी सफल ब्लॉगिंग के तीन साल पूरे हो गए.

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तस्वीर: bigb.bigadda.com

दुनिया में अमिताभ अकेले सेलिब्रिटी नहीं है जो ब्लॉग पर लिखते हैं पर नियमति रूप से इतना लंबा वक्त ब्लॉग पर बिताने वाले मशहूर लोगों में वो अव्वल हैं. अमूमन हर रोज अमिताभ अपने ब्लॉग पर एक हजार शब्द लिखते हैं. उनकी ब्लॉगिंग के तीन साल पूरे होने पर भी उन्होंने एक लंबा पोस्ट डाला जिसमें परिवार से जुड़ी खबरें, अपनी आध्यात्मिक सोच, अपनी सेहत, यात्रा और नींद की आदतों के बारे में जानकारियों का जिक्र किया.

ब्लॉग पर दिया अमिताभ के हर संदेश को पढ़ने बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और सैकड़ों लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी जाहिर करते हैं. ब्लॉग के तीन साल पूरे होने पर मिली बधाइयों के जवाब में अमिताभ ने लिखा है, "आप सबकी मौजूदगी और उदारता के लिए बहुत शुक्रिया. आप लोग हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं. आप लोगों ने मेरे संदेशों पर प्रतिक्रिया दी, बढ़ावा दिया, समीक्षा की, हंसे और रोए भी."

अमिताभ अपने ब्लॉग पर हर हफ्ते 5000 से ज्यादा शब्द डालते हैं. 18 अप्रैल 2008 को उन्होंने ब्लॉग पर पहला संदेश डाला था और तब से अब तक उन्होंने करीब 7,80,000 शब्दों का भंडार ब्लॉग पर जमा कर दिया है. वो हर दिन और कई बार आधी रात को भी उठ कर अपने बारे में, अपने बच्चों, राजनीति, दर्शन, पुरानी यादों और यहां तक कि अपने कुत्ते के बारे में भी विस्तार से लिखते रहते हैं. अमिताभ की अपने बेटे अभिषेक और बहू ऐश्वर्या के बारे में लिखी गई बातों को लोग खूब दिलचस्पी से पढ़ते हैं.

Indien Schauspieler Amitabh Bachchan
तस्वीर: picture alliance/Photoshot

सिर्फ अपने बारे में ही नहीं अमिताभ खूब दिल लगा कर क्रिकेट, सम सामयिक घटनाओं, राजनीति, भारत सरकार के कामकाज और अरब जगत में चल रही उठापटक पर भी लिखते हैं. ज्यादातर ब्लॉग उनके इस संदेश के साथ खत्म होते हैं, "अब आंखे थक कर बंद हो रही हैं." बुधवार की सुबह तीन बजे भी उन्होंने लिखा, "मैं जानता हूं कि बहुत देर हो चुकी है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या वक्त हुआ है जब तक मैं अपनी आज की पोस्ट न डाल दूं मुझे चैन नहीं आएगा."

68 साल के अमिताभ की शारीरिक थकान को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता. इंटरनेट पर डालने से पहले वो सारा संदेश खुद टाइप करते हैं हां संपादन, वर्तनी की गलतियों में सुधार और दूसरे तरह की मदद के लिए उनके पास सहायक जरूर मौजूद रहते हैं. अमिताभ की सेहत और परिवार से जुड़े किसी विवाद के बारे में लिखी गई उनकी हर बात को प्रेस तुरंत उठा लेता है और टीवी चैनल तो इसमें और भी आगे रहते हैं.

ब्लॉग और अमिताभ के बीच एक कभी न टूटने वाला रिश्ता बन गया है और बिग बी इसके जरिए दुनिया भर में अपने रिश्तेदार बना रहे हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः एमजी

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