बुंडेसलीगा महासंग्राम के लिए डॉर्टमुंड तैयार
९ अप्रैल २०१२80 हजार दर्शकों की क्षमता वाले डॉर्टमुंड स्टेडियम के सारे टिकट बिक चुके हैं. जर्मन फुटबॉल लीग की मौजूदा चैंपियन बोरुसिया डॉर्टमुंड इस बार भी चोटी पर है. दूसरे स्थान पर दिग्गज क्लब बायर्न म्यूनिख है. दोनों के बीच तीन अंक का फासला है. डॉर्टमुंड हारा तो समीकरण पलट जाएंगे. बायर्न खिताब पाने के करीब पहुंच जाएगा.
डॉर्टमुंड बीते 23 मैचों से अजेय बना हुआ है. लेकिन बायर्न के सामने आते ही मामला टाइट हो गया है. डॉर्टमुंड के कोच युएर्गेन क्लोप कहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि बुधवार को खिताब का फैसला हो जाएगा, क्योंकि इस मैच के बाद भी जीतने के लिए 12 अंक बचते हैं. मेरे खिलाड़ियों के लिए यह शर्मनाक बात होगी कि अगर मैं लगातार यह दोहराऊं कि यह मैच कितना जरूरी है. मुझे लगता है कि मैच आखिर तक कांटे का रहेगा."
डॉर्टमुंड के कोच भले ही आगे के मैचों का हवाला दें. लेकिन उन्हें पता है कि टीम के लिए बायर्न के खिलाफ जीत बेहद अहम है. डॉर्टमुंड के अगले दो मैच शाल्के और मोएन्शेनग्लाडबाख से हैं. यह दोनों ही टीमें पूरी फॉर्म में हैं और इनमें डॉर्टमुंड को रुलाने का दम भी है.
वहीं दबाव बायर्न पर भी होगा. आगे बायर्न को रियाल मैड्रिड के खिलाफ चैंपियंस लीग का सेमीफाइनल खेलना है. डॉर्टमुंड बनाम बायर्न के मुकाबले में नजरें मारिओ गोमेज और रॉबर्ट लेवांदोव्स्की पर होंगी. बायर्न के गोमेज अब तक 25 तो लेवांदोव्स्की 19 गोल कर चुके हैं.
बायर्न के मिडफील्डर और जर्मनी की राष्ट्रीय टीम के सदस्य सेबास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने कहा, "डॉर्टमुंड में जीतना आसान नहीं है. लेकिन हम वहां अपनी जीत का सिलसिला जारी रखने जा रहे हैं. मुझे नहीं पता कैसे, लेकिन हम वहां जीतना चाहते हैं. मुझे नहीं लगता है कि इस मैच के बाद ही चैंपियनशिप तय हो जाएगी, क्योंकि अभी पांच मैच बाकी है."
आंकड़े डॉर्टमुंड के पक्ष में हैं. आखिरी तीन मुकाबलों में बायर्न डॉर्टमुंड से हार गया. हालांकि बायर्न के खिलाड़ी मान रहे हैं कि बीती हारों ने उन्हें डॉर्टमुंड की कमजोरी और ताकत से अच्छी तरह वाकिफ करा दिया है.
ओएसजे/एनआर(एपी)