बेहतर साबित होगा साल 2010: मैर्केल
१ जनवरी २०१०मैर्केल ने बताया कि कैसे संघीय गणराज्य जर्मनी के सबसे भयानक आर्थिक संकट से उबरा जाए, बढ़ती उम्र के एक समाज में मन को कैसे युवा बनाए रखा जाए. जर्मन चांसलर ने कहा कि यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि आर्थिक संकट जल्द दूर हो जाएगा. नए वर्ष में कुछ मुश्किलें बढ़ेंगी, उसके बाद स्थिति सुधरेगी. लेकिन जर्मनी इस संकट से उबरकर और मज़बूत बनकर उभरेगा. उन्होंने कहा कि राजनीति और अर्थजगत को आने वाले महीनों में साथ मिलकर रोज़गार बचाने के लिए कोशिश करनी पड़ेगी. ख़ासकर मंझले उद्यमों के लिए पर्याप्त क्रेडिट की व्यवस्था करनी पड़ेगी.
अंगेला मैर्केल ने कहा कि अर्थनीति और पर्यावरण रक्षा परस्परविरोधी नहीं हैं. कोपेनहेगेन के जलवायु सम्मेलन में पीछे हटने के बावजूद यह विश्वास नहीं खोना है. चांसलर मैर्केल ने कहा कि कोपेनहेगेन में सदिच्छा, और साथ ही, कुछ करने की तत्परता देखने को मिली, लेकिन साथ ही दुविधा और अड़ियल रुख़ भी. इसकी वजह से उम्मीद नहीं खोना है. जर्मनी यूरोप में कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी की तय की गई सीमा से आगे बढ़ने को तैयार है. वह जलवायु रक्षा के लिए गरीब देशों की मदद करेगा. वह इस बात के लिए कोशिश करेगा कि साथ मिलकर विश्वव्यापी समस्याओं का हल ढूंढ़ा जाए.
जर्मन संविधान के 60 वर्षों और जर्मन एकीकरण के 20 वर्षों के अनुभवों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए अपने संदेश के अंत में चांसलर अंगेला मैर्केल ने विश्वास व्यक्त किया आने वाले दौर में भी सफल रूप से चुनौतियों का सामना किया जा सकेगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उज्ज्वल भट्टाचार्य
संपादन: महेश झा